ख़बरे टीवी – आईएमए ,एमएसएन ,जेडीएन के आह्वान पर पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों एवं विद्यार्थियों ने खिचड़ी सर्जन के विरोध में अस्पताल कैंपस में सुबह 8 बजे से 3 बजे ओपीडी समय अंतराल तक में भूख हड़ताल रखा एव मरीजों के बीच जागरूकता रैली…….
आईएमए ,एमएसएन ,जेडीएन के आह्वान पर पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों एवं विद्यार्थियों ने खिचड़ी सर्जन के विरोध में अस्पताल कैंपस में सुबह 8 बजे से 3 बजे ओपीडी समय अंतराल तक में भूख हड़ताल रखा एव मरीजों के बीच जागरूकता रैली निकाला ।
( ख़बरे टीवी – 9334598481, 9523505786 ) – बता दे, कि भारत सरकार के नीति आयोग ने आयुष मंत्रलय को 58 प्रकार के सर्जरी करने कि अनुमति दिया गया था, जिसमें सर्जरी , ईएनटी, आई एव ऑर्थो विभाग के उपचार है, जिसका विरोध आईएमए, एमएसएन लगातार विरोध कर रहे है।
डॉ सौरभ कुमार ने आगामी 11 तारीख को बंदी में जानकारी दी, इमरजेंसी सेवाएं एवं कोरोना के मरीजों को किसी भी प्रकार की इलाज में कोई परेशानी नहीं आएगी, वह सिर्फ सरकार से अपना विरोध करके अपना बात मंगवाना चाहते हैं, उन्हें मरीजों से काफी हमदर्दी है, जिसे लेकर उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि हमारी लड़ाई सरकार के साथ है मरीजों के साथ नहीं.
विरोध कर रहे चिकित्सकों ने आज विम्स कैंपस मैं मिक्स ओपेथी से होने वाले नुकसान के बारे में अस्पताल में इलाज कराने आये लोगों को विस्तार से बताया
आईएमए ,एमएसएन के स्टेट कन्वेनर डॉ नील कमल एव जेडीएन के डॉ सौरव कुमार
ने कहा कि वे लोग 2 तारिख से ही शांतिपूर्ण ढंग से इस खिचड़ी सर्जरी का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनके मांगों को गंभीरता पूर्वक नहीं विचार करती है, तो मजबूरनबस वे लोग 11 तारीख को ओपीडी सेवा बंद कर दी जाएगी । उन्होंने कहा कि आयुर्वेद एवं एलोपैथी दोनों एक साथ समानांतर इलाज नहीं हो सकता, इसलिए वे लोग इस नीति का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि हमारे मांग सिर्फ यह है, कि उपचार के लिए आयुष और एलोपैथी तकनीक को अलग – अलग रखा जाए ।