भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव सहित तीन सदस्यीय टीम ने आरसेटी का लिया जायजा
नूरसराय स्थित पीएनबी के आरसेटी का जायजा लेने शनिवार को भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव चरणजीत सिंह नूरसराय पहुंचे।संयुक्त सचिव के साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय के सीनियर मिशन मैनेजर अब्बू ओसामा सैफी व राष्ट्रीय ग्रामीण संस्थान हैदराबाद के सहायक निदेशक रांगेय राघव भी मौजूद थे।संयुक्त सचिव सहित अन्य ने आरसेटी भवन में चल रहे चल रहे बकरी पालन प्रशिक्षण का जायजा लिया।साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षुओं से भी बातचीत की।वहीं नवादा के प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षु द्वारा अगरवत्ती निर्माण का लगाए गए स्टॉल का भी जायजा लिया। संयुक्त निदेशक ने आरसेटी के किचेन का भी निरीक्षण किया।खाने पीने की चीजों को काफी बारीकी से देखा।साथ ही खाना बनाने में आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल करने का भी बात कहा।किचेन में पसरी गंदगी देख संयुक्त सचिव विफरे पड़े।निदेशक को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा।वहीं संयुक्त निदेशक ने आरसेटी निदेशक शैलेन्द्र कुमार से पूछा कि पिछले वर्ष से अबतक कितने लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है?
जबाब देते ही निदेशक शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि अब तक 24 बैचों में सात सौ लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है।दूसरे सवाल सात सौ लोगों में कितने लोगों को रोजगार मुहैया हुआ है?इस प्रश्न का जबाब देते हुए निदेशक ने बताया कि साठ प्रतिशत प्रशिक्षण प्राप्त लोग स्वरोजगार कर रहें हैं।वहीं संयुक्त निदेशक ने तीसरा प्रश्न पूछा कि बैंक द्वारा कितने लोगों को रोजगार के लिए लोन दिया गया है?इस प्रश्न का जबाब देते हुए आरसेटी के निदेशक ने बताया कि बैंक मात्र 20 प्रतिशत लोगों को ही लोन दिया है।जबाब सुनते ही संयुक्त निदेशक भड़क गये।और उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि बैंक के द्वारा पचास प्रतिशत प्रशिक्षुओं को रोजगार मुहैया कराया जाय।उन्होंने कहा कि गव्य विकास प्रशिक्षुओं को बैंक लोन देने में वरीयता दें।
वहीं आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था करने को भी कहा।ताकि दूर जगहों से प्रशिक्षण लेने आये प्रशिक्षुओं को लाभ मिल सके।साथ ही उन्होंने आरसेटी के क्रिया कलापों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ही प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र दे दिया जाता है।यहां के प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण समाप्ति के बाद प्रमाण पत्र देने के पूर्व दूसरे आरसेटी संस्थान में परीक्षा लें और मूल्यांकन करने के बाद ही प्रमाण पत्र देने की बात संयुक्त निदेशक ने कहा।वहीं संयुक्त निदेशक चरण जीत सिंह,सहायक निदेशक रांगेय राघव,सीनियर मिशन मैनेजर अब्बू ओसामा सैफी सहित अन्य ने आरसेटी परिसर में शरीफा,अमरूद व महोगनी का कुल सात पौधरोपण भी किया।
मौके पर राज्य परियोजना प्रबंधक रुचि कुमारी,आरसेटी राज्य प्रबंधक सौरभ गुप्ता ,जिला परियोजना प्रबंधक उमाशंकर भगत,रीजनल मैनेजर राजेन्द्र सिंह,एलडीएम रत्नाकर झा,स्टेट प्रोग्राम मैनेजर जितेंद्र कुमार,बीडीओ राहुल कुमार,बीपीएम ओमप्रकाश,हेल्थ मैनेजर रजनीश कुमार,अनुराग कुमार सहित अन्य मौजूद थे।