ख़बरे टी वी – हर माह के प्रथम मंगलवार को मनाया जाएगा जल जीवन हरियाली दिवस, यह कार्यक्रम सचिवालय से लेकर पंचायत स्तर तक के सभी सरकारी कार्यालयों में आयोजित किया जाएगा
हर माह के प्रथम मंगलवार को मनाया जाएगा जल जीवन हरियाली दिवस, यह कार्यक्रम सचिवालय से लेकर पंचायत स्तर तक के सभी सरकारी कार्यालयों में आयोजित किया जाएगा
जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न परिस्थितिकीय चुनौतियों से निपटने तथा जल को प्रदूषण मुक्त रखने, इसके स्तर को संतुलित बनाए रखने, हरित आच्छादन को बढ़ावा देने, नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग एवं ऊर्जा की बचत पर बल देने तथा जलवायु परिवर्तन के अनुरूप कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों को नया आयाम देने के लिए विभिन्न विभागों एवं विशेषज्ञों के समन्वय से जल जीवन हरियाली अभियान का क्रियान्वयन राज्य में किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत जन जागरूकता एक महत्वपूर्ण अवयव है। इसी उद्देश्य से प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार (अवकाश की स्थिति में अगले दिन बुधवार) पूर्वाह्न 11:00 बजे से 12:00 बजे तक “जल जीवन हरियाली दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।
इस कार्यक्रम में जल जीवन हरियाली से संबंधित विभिन्न विषयों (अवयवों) पर परिचर्चा की जाएगी। यह कार्यक्रम सचिवालय से लेकर पंचायत स्तर तक के सभी सरकारी कार्यालयों में आयोजित किया जाएगा। सभी कार्यालय प्रधान इसकी अध्यक्षता करेंगे तथा सभी कर्मियों पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएंगे। यह कार्यक्रम सभी सरकारी विद्यालयों/ महाविद्यालयों में भी आयोजित होगा। निजी विद्यालयों से भी अनुरोध कर इसका आयोजन कराया जाएगा। सभी संबंधित विद्यालय/ महाविद्यालय के प्रधानाचार्य इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे तथा शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएंगे।
इस अभियान के तहत प्रथम जल जीवन हरियाली दिवस 3 मार्च 2020 (मंगलवार) को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर “सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहन एवं ऊर्जा की बचत पर बल” विषय पर परिचर्चा की जाएगी।
जल जीवन हरियाली दिवस के नियमित आयोजन को लेकर आज जिला पदाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों एवं जिला में स्थित विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में सभी अनुमंडल कार्यालय एवं प्रखंड कार्यालय भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।
जिला पदाधिकारी ने प्रत्येक महीने के निर्धारित तिथि को निर्धारित समय के अंतर्गत इसका आयोजन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला के विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों से भी जल जीवन हरियाली अभियान के बारे में व्यापक जन जागरूकता फैलाने का अनुरोध किया।
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को प्रखंड स्तर पर जल जीवन हरियाली से संबंधित एक मॉडल संरचना का प्रदर्शन करने का निर्देश दिया। विद्यालयों के बच्चों को निकटवर्ती महत्वपूर्ण जल संरचनाओं का स्थलीय भ्रमण करा कर उसकी उपयोगिता एवं महत्व से अवगत कराने का निदेश दिया गया। विद्यालय के बच्चों को निकटतम पावर सबस्टेशन या पावर ग्रिड का भी स्थल भ्रमण कराने को कहा गया ताकि ऊर्जा बचत एवं संरक्षण के बारे में बच्चों में जागरूकता लाई जा सके। सभी विद्यालयों में जल जीवन हरियाली विषय वस्तु पर आधारित कविता, निबंध लेखन, चित्रांकन आदि की प्रतियोगिता आयोजित कराने को कहा गया। प्रखंड स्तर के विजेता प्रतिभागियों के लिए जिला स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन करा कर उन्हें पुरस्कृत करने को कहा गया।
सभी कार्यालय प्रधान को अपने-अपने कार्यालय में सहयोगी पदाधिकारियों , कर्मियों एवं संचालित योजना के सहभागियों/ लाभुकों के साथ परिचर्चा का आयोजन कर इस अभियान की महत्ता के बारे में जागरूक करने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने कहा कि जिला ,अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को उनके जन्मदिन के अवसर पर एक पौधा भेंट करने की परंपरा बनाई जाए, जिससे पर्यावरण के प्रति जागरूकता एवं इसके संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि अक्षय ऊर्जा के उपयोग एवं ऊर्जा की बचत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ऊर्जा विभाग के माध्यम से 15 मार्च को राजगीर में ग्रीन मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें सभी लोग अपनी भागीदारी देकर समाज में जागरूकता लाने का कार्य करें।
बैठक में उप विकास आयुक्त, निदेशक डीआरडीए, अपर पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा बिहार पुलिस एकेडमी, सीआरपीएफ रिक्रूट सेंटर, विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिनिधि, उद्यान महाविद्यालय नूरसराय, नालंदा अभियंत्रण महाविद्यालय, वर्धमान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी, रोटरी क्लब, लायंस क्लब, इनरव्हील, रेड क्रॉस, मिशन हरियाली, आई एम ए, स्काउट एंड गाइड, नेहरू युवा केंद्र, नालंदा चेंबर ऑफ कॉमर्स, पब्लिक स्कूल एसोसिएशन आदि विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े हुए थे।