November 23, 2024

ख़बरे टीवी – जिला में फ्लोटिंग सोलर पैनल लगाने की संभावना पर जिला पदाधिकारी ने कंपनी के प्रतिनिधि के साथ किया विचार-विमर्श, स्थानीय सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट लगाने का कंपनी से किया गया अनुरोध

जिला में फ्लोटिंग सोलर पैनल लगाने की संभावना पर जिला पदाधिकारी ने कंपनी के प्रतिनिधि के साथ किया विचार-विमर्श, स्थानीय सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट लगाने का कंपनी से किया गया अनुरोध।

जिला के बड़े-बड़े तालाबों एवं जल संरचनाओं में फ्लोटिंग सोलर पैनल के माध्यम से सौर ऊर्जा पैदा करने की असीम संभावना है।
इस तकनीक के माध्यम से हम बहुमूल्य जमीन को बचाते हुए सौर ऊर्जा पैदा कर सकते हैं।
इससे जल संरचनाओं से वाष्पीकरण में भी कमी आती है जिसके कारण जल का संरक्षण होता है। जल संरचनाओं में एरेशन सिस्टम भी लगाया जा सकता है, जिससे मछली पालन की उत्पादकता को और भी बढ़ावा मिल सकता है।
इसी उद्देश्य को लेकर आज जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह एवं नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल ने Quant Solar Technologies कंपनी के निदेशक पंकज कुमार के साथ जिला में इस टेक्नोलॉजी की संभावना पर विचार विमर्श किया।
कंपनी के निदेशक ने बताया कि उनके द्वारा असम, महाराष्ट्र एवं आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में फ्लोटिंग सोलर पैनल प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है।


उन्होंने इस तकनीक से होने वाले फायदे के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जमीन पर सोलर पैनल लगाने में ज्यादा एरिया की आवश्यकता होती है। एक मेगा वाट के सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए जमीन पर लगभग 4 एकड़ एरिया में सोलर पैनल लगाने की आवश्यकता होती है। वहीं इतनी ही क्षमता के सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए फ्लोटिंग सोलर पैनल के लिए लगभग 2.5 एकड़ एरिया की ही आवश्यकता होती है।
इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से छोटी-छोटी क्षमता के प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन कर समुदाय के समावेशी विकास के लिए भी कार्य किया जा सकता है। इसमें घरों को बिजली उपलब्ध कराना, मत्स्य पालन को बढ़ावा देना, चार्जिंग स्टेशन बनाना, माइक्रो एवं ड्रिप इरिगेशन की व्यवस्था करना आदि शामिल हो सकता है।


जिला पदाधिकारी ने कंपनी के निदेशक को स्थानीय सहयोग से जिला में एक पायलट प्रोजेक्ट की स्थापना करने का अनुरोध किया। उन्होंने जिला मत्स्य पदाधिकारी को इच्छुक मत्स्य पालक सहयोग समिति के माध्यम से पायलट परियोजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने को कहा।
नगर निगम क्षेत्र में भी उपयुक्त जल संरचना चिन्हित कर एक पायलट प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए पहल करने का अनुरोध नगर आयुक्त से किया गया।
इस अवसर पर जिला मत्स्य पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।