कौमी एकता के महान दूत थे महात्मा गांधी- दीपक भाई
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#ख़बरें टी वी: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के शहादत दिवस पर जिले के गांधीवादी विचारक व सद्भावना मंच (भारत ) के संस्थापक दीपक कुमार ने कहा कि
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी राष्ट्रीय एकता ,शांति सद्भावना के महान दूत थे ।
30 जनवरी के दिन ही सर्व धर्म प्रार्थना में भाग लेने विरला भवन जा रहे थे ,वही पर उनको गोली मार दी गई । अहिंसा के पुजारी को हिंसा का शिकार होना पड़ा यह देश के लिए बहुत बड़ा कलंक है ।महात्मा गांधी ने अंतिम दम तक देशवासियों के हक के लिए कार्य किया और अंतिम जन के विकास की बात सोचते रहे ।
वे सत्य और अहिंसा के पुजारी थे ।उनके आह्नान पर पूरे देश भर में अनेकों लोग आगे आए और आजादी के आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।
समाजसेवी दीपक कुमार ने बताया कि आज के युवाओं को गांधी के बताए गए मार्ग पर चलने की जरूरत हैं।
आज के युवा गांधी को लेकर कई सवालों में उलझ जाते है।जैसे युवाओं का मानना है कि गांधी ने कहा था कि कोई एक गाल पर चाट मारे तो दूसरा गाल आगे बढ़ा दें ,जबकि उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा था ।वे एक जगह कुछ उदाहरण दे रहे थे ।
वहीं कुछ युवाओं में यह भ्रम है कि भारत का बटवारा महात्मा गांधी ने करवाया था ऐसा बिल्कुल गलत भ्रम है । सच्चाई तो यह है कि जिस दिन भारत को आजादी मिली उस दिन वे दिल्ली में नहीं थे , महात्मा गांधी अनशन पर थे और आजादी के जश्न में शामिल होने नहीं गए थे ।उस समय नौआखाली में हिंदू मुस्लिम दंगा छिड़ा हुआ था ,उनका मानना था कि यदि दंगे को शांत नहीं कराया गया तो दंगे की आग पूरे देश में फैल जाएगी ।
उन्होंने साफ साफ कहा था कि भारत का विभाजन मेरे लाश पर होगा ।समाजसेवी दीपक ने कहा कि सांप्रदायिक ताकते देश में कभी साम्राज्यवाद ,कभी फासीवाद का का चोला पहन कर आती है ।
हम सभी देशवासियों को सांप्रदायिक ताकतों को मुहतोड़ जवाब देना होगा ।
उन्होंने अपील किया कि गांधी के शहादत दिवस पर हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि जाति ,धर्म ,संप्रदाय के नाम पर कभी भी झगड़ा नहीं करे ।सदा मिलजुलकर रहे ।
धर्म तो एक ही सच्चा
जगत को प्यार दे दे हम ।।
उन्होंने कहा कि सच्चा मानव
सभी से प्यार करता है और अमनपसंद लोग होते है जो समाज की भलाई चाहते है ।दीपक कुमार ने कहा कि उनके मार्गदर्शक ब्रह्मलीन डॉ.सुव्वराव जी विनोबा भावे ,जयप्रकाश नारायण के बाद अंतिम गांधीवादी थे जिन्होंने पूर्ण जीवन सादगी में जिया और जगह जगह पूरे देश और दुनिया में सर्व धर्म प्रार्थना करवाते थे ।
हम सभी को कौमी एकता,शांति ,सद्भावना हेतु आगे आना चाहिए ।