October 22, 2024

#nalanda: राष्ट्रीय पर्यावरण संसद में पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा – परिचर्चा की गई… जानिए

 

 

 

 

 

 

राष्ट्रीय पर्यावरण संसद में पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा – परिचर्चा की गई…

 

 

 

 

 

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ख़बरें टी वी: देश में पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाली अग्रणी संस्थाओं राष्ट्रीय पर्यावरण बचाओ अभियान भोपाल, पर्यावरण शिक्षा एवम संरक्षण समिति, पीपल नीम तुलसी बिहार, राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण मंच, न्यू अहिंसा निकेतन शैक्षणिक एवम सामाजिक कल्याण समिति, के संयुक्त तत्वावधान में आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण संसद में पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा परिचर्चा की गई। कार्यक्रम में उपस्थित वन पुरुष पद्मश्री जादव पायेंग असम, पद्मश्री बाबूलाल दहिया मध्य प्रदेश, पद्मश्री डॉ0 श्याम सुन्दर पालीवाल ने सरकार को कोसने के स्थान पर स्वयं से प्रयास करके एक स्वच्छ परिवेश निर्माण करने और आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की बात कही। उन्होंने कहा की यदि हम सब भी सरकार को कोसते ही रहते तो हमे पद्मश्री सम्मान नहीं मिलता। सभी लोगों में ऊर्जा है और उसका सकारात्मक उपयोग कीजिए। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण एवम अन्य सामाजिक कार्यों में बेहतर योगदान के लिए नालन्दा बिहार के रोहित कुमार समेत पूरे देश से 101 लोगों को पर्यावरण हरित योद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पर्यावरण संसद में अपनी बात रखते हुए रोहित कुमार ने कहा की पर्यावरण संरक्षण के लिए बहुत सारी संस्थाएं कार्य कर रही है यदि सभी संस्थाएं एक प्लेटफार्म पर एक समेकित कार्ययोजना बनाकर यदि कार्य करें तो काफी हद तक लोग जागरूक हो सकते हैं। उन्होंने कहा की सिर्फ वायु प्रदूषण ही समस्या नहीं है बल्कि ध्वनि प्रदूषण, जल प्रदूषण, वायुमंडल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग, रसायनिकों का बेतहाशा इस्तेमाल, विलुप्त होते पशु – पक्षी, संसाधनों का दोहन चिंता का विषय है। पर्यावरण प्रदूषण का सबसे प्रमुख कारण बढ़ती हुई जनसंख्या है। यदि कोई व्यक्ति जनसंख्या नियंत्रण में अपना योगदान देता है तो वह पर्यावरण संरक्षण में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहा होता है, इसलिए ऐसे योद्धाओं का भी सम्मान होना चाहिए।
पर्यावरण संसद में डॉ0 राजीव जैन, शरद सिंह कुमरे, आनंद पटेल, चौधरी भूपेंद्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकार अभिलाष खांडेकर, पूर्व डीजीपी अरुण गुर्टू, पूर्व कमिश्नर डॉ0 आर के पालीवाल, प्रोफेसर डॉ0 विपिन व्यास, पूर्व राज्य वन अधिकारी आजाद सिंह डवास, प्रो0 डॉ0 सुभाष सिंह पाण्डेय, डॉ0 धर्मेंद्र कुमार समेत कई गणमान्य पर्यावरणविदों ने अपने विचार रखे जिसे विभिन्न पार्टी के सम्मानित सांसदों व विधायकों के माध्यम से सरकार के समक्ष रखा जाएगा ताकि आने वाले दिनों में बनने वाली योजनाओं में इसका ध्यान रखा जा सके।

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