December 9, 2024

ख़बरे टी वी – नई शिक्षा नीति-2020 विशेष रूप से वैश्विक शिक्षा के अनुरूप ‘‘सभी के लिए समावेशी और समान गुणवत्ता-युक्त शिक्षा सुनिश्चित करने और जीवन पर्यन्त शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा दिए जाने’’ का लक्ष्य दर्शाता है। नालंदा में खुले खेल विश्वविद्यालय एवं अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय – नालंदा सांसद कौशलेंद्र।

नई शिक्षा नीति-2020 विशेष रूप से वैश्विक शिक्षा के अनुरूप ‘‘सभी के लिए समावेशी और समान गुणवत्ता-युक्त शिक्षा सुनिश्चित करने और जीवन पर्यन्त शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा दिए जाने’’ का लक्ष्य दर्शाता है। नालंदा में खुले खेल विश्वविद्यालय एवं अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय – नालंदा सांसद कौशलेंद्र।

 

लोकसभा में उठाया मामला।

ख़बरे टी वी – 9334598481 – नालंदा के माननीय लोकसभा सदस्य, श्री कौशलेन्द्र कुमार ने अनुदान की माँग पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि देश में वर्ष, 2021 काफी महत्वपूर्ण वर्ष माना जायेगा, विशेषकर देश में शिक्षा के लिए ,क्योंकि सरकार करीब 35 वर्षों के बाद नई शिक्षा नीति-2020 प्रस्तुत किया है। मैं माननीय शिक्षा मंत्री जी द्वारा प्रस्तुत शिक्षा नीति का स्वागत करता हूँ।
मैं वर्ष, 2020 की भी चर्चा करना चाहता हूँ। क्योंकि कोरोना महामारी के कारण बच्चों की पूरी पढ़ाई नहीं हो पाई है। शिक्षण संस्थान की कोशिश है कि किसी प्रकार पाठ्यक्रम को पूरा किया जाये। समय पर परीक्षा भी हो, किन्तु बच्चों की पढ़ाई नहीं हुई है, इसे नकारा नहीं जा सकता है।
माननीय वित्त मंत्री जी ने बजट प्रस्तुत करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में आबंटन का काफी ध्यान रखा है। वह सराहनीय कदम है। मा.प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार देश में शिक्षा के क्षेत्र को पूर्णरूपेण रोजगार से जोड़ने के लिए कार्य कर रही है। मा.प्रधानमंत्री जी ने ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में भी विद्यार्थियों से बात करते हैं और उनका हौसला बढ़ाते रहते हैं। यह उनकी सकारात्मक सोच को दर्शाता है।
मा.मंत्री जी द्वारा नई शिक्षा नीति-2020 विशेष रूप से वैश्विक शिक्षा के अनुरूप ‘‘सभी के लिए समावेशी और समान गुणवत्ता-युक्त शिक्षा सुनिश्चित करने और जीवन पर्यन्त शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा दिए जाने’’ का लक्ष्य दर्शाता है।
ज्ञान के क्षेत्र में पूरा विश्व तेजी से परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। अतः हमें भी उसी दौड़ में शामिल होने की आवश्यकता है। विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हो रहा है। अब सभी क्षेत्रों में मशीनों के द्वारा काम हो रहा है। अतः हमारे द्वारा तैयार मैन-पाॅवर ही उस ऊँचाई को पूरा कर सकता है। इसलिए मेरा मानना है कि नई शिक्षा प्रणाली उसे पूरा करने में सक्षम होगा।
मुझे गर्व होता है कि मैं उस नालंदा संसदीय क्षेत्र का सांसद हूँ, जहाँ से शिक्षा का संचार पूरे विश्व में हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में हमारे नालंदा और बिहार की एक अलग पहचान है। हमारे नेता और बिहार के मा.मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी भी शिक्षा को लेकर लगातार दूरदर्शी सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। वहां नालंदा अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय भी चल रहा है। जहाँ देश और दुनियां से छात्र पढ़ाई करने आते हैं। लेकिन आज तक वहाँ एक पुस्तकालय नहीं है। मैं मा.मंत्री जी से अनुरोध करूंगा कि आप वहाँ एक अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय खोलिए।
उन्होंने कहा कि दूसरी डिमांड स्पोटर््स यूनिवसिटी के लिए है। वहाँ एक अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम भी बन रहा है। इसीलिए वहाँ स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की भी जरूरत है। उन्होंने मा.मंत्री जी से अनुरोध करते हुए कहा कि नालंदा में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कराया जाये। जहाँ बिहार सहित पूरे देश के बच्चांे को शिक्षा और ज्ञान की धरती नालंदा की गरिमा को समझने का मौका मिले। उन्होंने शिक्षा मंत्री से यह भी अनुरोध किया कि विश्व गुरू नालंदा की जो गरिमा है, उसको बरकरार रखा जाये।
बिहार राज्य आर्थिक क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ है। हमारे मा.मुख्यमंत्री जी का शिक्षा पर हमेशा फोकस रहता है। राज्य में करीब सभी स्कूलों में सुन्दर भवन का निर्माण कराया गया है। ढाँचागत विकास भी किया गया है। किन्तु राज्य में तकनीकी क्षेत्र में काफी कमी है। जैसे इंजीनियरिंग काॅलेज, मेडिकल काॅलेज एवं वाणिज्यिक संस्थानों की कमी है। अतः मैं मा.शिक्षा मंत्री जी से आग्रह करूँगा कि वे बिहार के प्रति उदार रहें। बिहार में दो केन्द्रीय विश्वविद्यालय स्वीकृत हुआ है। उसमें पूर्णरूपेण जल्द से जल्द पठन-पाठन का कार्य करें। पटना विश्वविद्यालय को भी केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिले। मा.उपराष्ट्रपति जी शताब्दी समारोह में इसकी घोषणा भी कर चुके हैं। अब मा.मंत्री जी से आग्रह है कि उसे स्वीकृति दें।
उन्होंने शिक्षा मंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि बिहार में करीब 5 ऐसे जिले हैं, जहाँ केन्द्रीय विद्यालय नहीं है। वहाँ केन्द्रीय विद्यालय खोलने की आवश्यकता है। इसी दरम्यान बिहार सवरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में लगातार अच्छा काम किया है। उसके लिए हर पंचायत में 10़2 विद्यालय भे खोला है। इस दिशा में केन्द्र सरकार की मदद की आवश्यकता है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से राज्य के माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान प्रयोगशाला और डिजिटल लाईब्रेरी की स्थापना की भी माँग की।
मा.सांसद महोदय ने कहा कि बिहार के छात्र देश में किसी भी कम्पटीशन में अब्वल आते हैं। यह संयोग नहीं, वहाँ की पढ़ाई व्यवस्था और बच्चों की लगनशीलता को दर्शाता है। अगर बिहार में केन्द्र सरकार शिक्षा के विकास में अधिक सहयोग करे, तो देश का सबसे अग्रणी राज्य बन जायेगा और प्राचीनकाल की यादें पूर्णतः स्थापित होगा।

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