ख़बरे टी वी – नवयुवक संघ एवं डॉ भीमराव अंबेडकर विचार परिषद के द्वारा संविधान दिवस का भव्य आयोजन किया गया…जानिए पूरी खबर
Khabre Tv – 9334598481 – आदित्य की रिपोर्ट – 26 नवंबर (नालंदा) नवयुवक संघ एवं डॉ भीमराव अंबेडकर विचार परिषद के द्वारा संविधान दिवस का भव्य आयोजन किया गया , जिसका उद्घाटन परिषद के अध्यक्ष असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अमित कुमार पासवान, समाजसेवी शिवनंदन प्रसाद, अर्जुन प्रसाद ,पूर्व मुखिया लखन प्रसाद ने दीप प्रज्वलन कर संयुक्त रूप से की। अपने उद्घाटन संबोधन में अमित कुमार पासवान ने कहा कि आज समूचा देश 26 नवंबर के दिन अपना संविधान दिवस मना रहा है और इसकी शुरुआत 2015 में संविधान निर्माता
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के 125 वी जयंती के रूप में शुभारंभ किया गया है आज संविधान को अंगीकृत हुए देश को 72 वर्ष का समय हो गया लेकिन मौजूदा समय में सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि आज भी हमारा संविधान उतना ही प्रासंगिक है या फिर राजनीति की बेड़ियों में जकड़ कर नेताओं द्वारा अपने हिसाब से प्रयोग किया जा रहा है गंभीरता पूर्वक विचार करने का समय आ गया है
डॉ पासवान ने कहा कि भारतीय संविधान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि भारतीय संविधान लचीला और गैर लचीला दोनों हैं जनता के हित में न्यायपालिका की स्वतंत्रता, समानता का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, मौलिक अधिकार, अभिव्यक्ति की आजादी, रहने एवं भाषण, धर्म शिक्षा आदि की स्वतंत्रता, राष्ट्रीय स्तर पर जाति व्यवस्था का उन्मूलन, समान नागरिक संहिता ,और आधिकारिक भाषाएं, बुद्ध और बौद्ध अनुष्ठान का प्रभाव, भारत में महिलाओं को मतदान का अधिकार, जैसे कई महत्वपूर्ण संवैधानिक अधिकार दिए गए हैं, समाजसेवी शिवनंदन प्रसाद ने कहा कि
आज पूरे देश में संविधान में मौलिक अधिकार के बारे में प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक छात्र छात्राओं को पठन-पाठन कराने की आवश्यकता है, शिक्षक अर्जुन प्रसाद ने कहा कि बाबा साहब के मूल मंत्र शिक्षित बनो ,संगठित हो, और संघर्ष करो , जैसे शब्दों को गांव स्तर तक पहुंचाने की जरूरत है मंच का संचालन रामाश्रय सिन्हा और छोटी ने की, स्वागत भाषण आयोजक सम्राट नलिन कुमार मौर्य उर्फ वरुण ने की। इस अवसर पर मुखिया पति दिनेश रजक ,शंभू प्रसाद ,विनोद कुमार ,युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष उदय कुमार कुशवाहा, इंदल कुमार, अखिलेश पासवान, राहुल डेविड, पूर्व सैनिक कर्मवीर कुशवाहा, कालीचरण प्रसाद, बिंदेश्वर साव, पूर्व मुखिया राम लखन प्रसाद, आर एस मेहता, शंभू प्रसाद, मिठू महतो, ज्ञानू पासवान, अभय राज आदि सैकड़ों महिलाएं एवं पुरुष मौजूद थे