October 18, 2024

#nalanda : नालंदा विश्वविद्यालय में आयोजित पंडित कुशल दास के भावपूर्ण सितार वादन से मंत्रमुग्ध हुए छात्र…. जानिए

 

 

 

 

नालंदा विश्वविद्यालय में आयोजित पंडित कुशल दास के भावपूर्ण सितार वादन से मंत्रमुग्ध हुए छात्र….

 

 

 

 

 

 

 

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ख़बरें टी वी: नालंदा विश्वविद्यालयन के स्पिक मैके चैप्टर द्वारा आज सितार वादक पंडित कुशल दास के कार्यक्रम का आयोजन हुआ। बनारस घराने के प्रसिद्ध तबला वादक श्री उज्ज्वल भारती उनके साथ संगत कर रहे थे। शास्त्रीय संगीत का यह कार्यक्रम आज विश्वविद्यालय के सुषमा स्वराज सभागार में आयोजित किया गया था।
पंडित कुशल दास ने सायंकालीन राग चारूकेशी पर आलाप के साथ अपने भावपूर्ण वादन की शुरुआत की और उसके बाद सितार पर वाद्य संगीत के तंत्रकारी अंग को प्रस्तुत किया। विश्वविद्यालय के अंतरिम कुलपति प्रो. अभय कुमार सिंह तथा प्राध्यापकों समेत यहाँ पढ़ने वाले 25 से अधिक देशों के छात्रों ने इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे।

नालंदा विश्वविद्यालय के नए अकादमिक सत्र तहत आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम नालंदा विश्वविद्यालय के स्पिक मैके चैप्टर द्वारा संचालित किया गया था। नए सत्र के छात्रों को संबोधित करते हुए अंतरिम कुलपति प्रो. अभय कुमार सिंह ने नालंदा विश्वविद्यालय की अद्वितीय शैक्षणिक और सांस्कृतिक सामंजस्यता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नालंदा के छात्र कक्षाओं के भीतर ही नहीं बल्कि इसके जीवंत बहुसांस्कृतिक वातावरण के माध्यम से साझा सांस्कृतिक विरासत के महत्व को सीखते हैं। कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए, प्रो. अभय सिंह ने कहा कि भारत में शास्त्रीय संगीत की समृद्ध परंपरा आज भी जीवंत है। इस प्रकार के आयोजन हमारे छात्रों के सर्वांगीण विकास में योगदान देते हैं, जो उन्हे संवेदनशील और बेहतर इंसान बनाते हैं।

हम अपने छात्रों को भारत के शास्त्रीय कला-रूपों में पारखी होने का अवसर प्रदान करने के लिए स्पिक मैके के आभारी हैं।“ स्पिक मेके (सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग यूथ) की स्थापना 1977 में आईआईटी दिल्ली के पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर किरण सेठ के द्वारा भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने और युवाओं को प्रेरणा देकर शैक्षिक गुणवत्ता को समृद्ध करने के उद्देश्य से की गई थी। अपनी एकल साइकिल यात्रा के दौरान प्रोफेसर किरण सेठ ने हाल में ही नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण भी किया था।

नालंदा विश्वविद्यालय का एक दायित्व युवा पीढ़ी को समेकित दिशा देना और उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता की ओर प्रेरित करना है। शास्त्रीय संगीत का यह कार्यक्रम छात्रों को भारत के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में सन्निहित अमूर्त, सूक्ष्म और प्रेरणास्पद पहलुओं का अनुभव करने के लिए प्रेरित करेगा।