November 22, 2024

ख़बरे टीवी – अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले भारत में लाए गए किसानों के खिलाफ काला बिल किसान बिल के विरोध में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथ वामपंथी दलों एवं महागठबंधन के साथी कॉंग्रेस एवं राजद के द्वारा समाहरणालय का घेराव.

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले भारत में लाए गए किसानों के खिलाफ काला बिल किसान बिल के विरोध में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथ वामपंथी दलों एवं महागठबंधन के साथी कॉंग्रेस एवं राजद के द्वारा समाहरणालय का घेराव.

 

( ख़बरे टीवी – 9334598481, 9523505786 ) – नालंदा दिनांक 14 दिसंबर 2020 को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले भारत में लाए गए किसानों के खिलाफ काला बिल किसान बिल के विरोध में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथ वामपंथी दलों एवं महागठबंधन के साथी कॉंग्रेस एवं राजद के द्वारा बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहा से मोगलकुआं, कागजी मोहल्ला होते हुए नालंदा समाहरणालय पर प्रदर्शन किया गया प्रदर्शन के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का किसानों ने पुतला भी फूंका ,साथ ही समाहरणालय का घेराव भी किया गया समाहरणालय घेराव के उपरांत 11सदसिय प्रतिनिधि मंडल के द्वारा जिला अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में ज्ञापन वरीय उप समाहर्ता अभिषेक कुमार जी को दिया गया ॥उस ज्ञापन में मुख्यतह वही तीन मांगे जिसे किसान एवं हिंदुस्तान की जनता काला बिल के नाम से जानती है उसके तहत तीन मांगों को भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नाम से संबोधन कर दिया गया
मांग संख्या एक किसान विरोधी तीनों कानून, बिजली कानून 2020, पराली जलाने के बारे में लाया गया अध्यादेश वापस लिया जाए।


दूसरा मांग यह कानून किसान विरोधी और कॉरपोरेट के समर्थन में है यह भारत की खाद्य सुरक्षा को कॉरपोरेट के हाथ में सौंपने की तैयारी हो रही है इसीलिए इसे भी वापस लिया जाए।
तीसरा मांग किसानों के द्वारा उठाए गए अनाज का भंडारण किसी भी हाल में कॉरपोरेट के हाथ में ना दिया जाए अगर ऐसा हुआ तो किसानों से ₹10 किलो के भाव में खरीदा हुआ अनाज कॉरपोरेट कुछ महीने बाद ही देश में अनाज की किल्लत दिखाकर 50 से 100 रुपए किलो उसे बाजार में बेचेंगे ॥
इसलिए किसान कानून को वापस लिया जाए। किसान समन्वय समिति एवं महागठबंधन के द्वारा यह ऐलान किया गया कि जब तक यह किसान विरोधी काला बिल वापस नहीं लिया जाता है तब तक किसानों के साथ महागठबंधन भी आंदोलनरत रहेगी अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य पाल बिहारी लाल ने 29 दिसंबर को पटना में किसानों का राजभवन मार्च करने का भी ऐलान किया॥ इस किसान विरोधी काला बिल के खिलाफ प्रदर्शन में अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के संयोजक राज किशोर प्रसाद ,

कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार राजेश्वर प्रसाद फवाद अंसारी, राष्ट्रीय जनता दल से जाहिद अंसारी ,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव रामनरेश सिंह मोहन प्रसाद शिवकुमार प्रसाद उर्फ सरदार जी राज किशोर प्रसाद सकलदेव प्रसाद यादव विजय पासवान, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव जनार्दन प्रसाद रविंद्र सिंह रामरति देवी कांति कुमारी महेंद्र प्रसाद ,स्वराज इंडिया के रामचंद्र प्रसाद सुरेंद्र प्रसाद, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुन्नी लाल यादव रामप्रीत केवट जयप्रकाश योगेंद्र प्रसाद, भारतीय क्रांतिकारी किसान संघ के सचिव सुरेंद्र प्रसाद यादव, भुवनेश्वर प्रसाद, धर्मेंद्र कुमार, रवि भूषण प्रसाद, इंसाफ मंच के जिला संयोजक सरफराज अहमद खान, नसीरुद्दीन, आप पार्टी के शाहनवाज हुसैन, ठेला भेन्डर यूनियन के जिला सचिव रामदेव चौधरी, निर्माण मजदूर नेता जगदीश दास, एक्टु के राजू उपाध्यक्ष मकसूदन शर्मा के साथ साथ सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने हिस्सा लिया