October 19, 2024

ख़बरे टीवी – 01 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मांगों के समर्थन में नियोजित शिक्षकों ने किया उपवास

01 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मांगों के समर्थन में नियोजित शिक्षकों ने किया उपवास

रंजीत कुमार, ख़बरे टीवी (बिहार शरीफ) – नालंदा समेत सूबे बिहार के चार लाख प्रारंभिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक तक के हड़ताली नियोजित शिक्षकों ने लॉक डाउन और फिजिकल डिस्टेंस के मद्देनजर अपने अपने घरों में रहकर 01 मई मजदूर दिवस को उपवास दिवस के रूप में मनाया तथा सरकार की शिक्षा ,शिक्षक व शिक्षार्थी विरोधी नीतियों की जमकर भर्त्सना किया । बताते चलें कि सूबे बिहार के चार लाख नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष विगत 17 फरवरी से अपने मांगों को लेकर हड़ताल पर अड़े हुए हैं वहीं सरकार भी विभिन्न तौर तरीके अपनाकर हड़ताल कमजोर करने की कवायद कर रही है। ऐसे में टकराव की स्थितियां उत्पन्न होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता । नेतागण बताते हैं कि हड़ताल के 75 वें दिन की अवधि में तकरीबन 65 शिक्षकों ने भुखमरी व सरकार के तरह तरह मानसिक प्रताड़ना से अपनी जान गवां बैठे हैं और शेष भुखमरी के कगार पर है बावजूद राज्य सरकार की ओर से राज्य हित या शिक्षा, शिक्षक, शिक्षार्थी के हितों की तनिक भी फिक्र नहीं है, तभी तो हठधर्मिता पर अड़कर साकारात्मक वार्ता की ओर पहल नहीं कर रही है और ना घोषणा कर रही है, जो दूर्भाग्यपूर्ण है।
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के सदस्य सह नवनियुक्त माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष संजीत कुमार शर्मा एवं जिला सचिव राणा रणजीत कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि राज्य सरकार हड़ताली नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों का धैर्य व कुर्बानी को हल्के में न ले क्योंकि इनके आह लगेगी और आह से सरकार का नस्तानबूद होना भी तय है। इसलिए ससमय राज्य सरकार को कोरोनावायरस जैसे संकट स्थिति में अपनी हठधर्मिता छोड़ राज्य हितों के मद्देनजर शीघ्र साकारात्मक वार्ता करके हड़ताल तुड़वाने की दिशा में पहल करनी चाहिए।
नेताद्वय ने कहा कि मांगों की पूर्ति एवं दमनात्मक कार्रवाई वापसी तक हड़ताल जारी रहेगा साथ ही आज के भूख हड़ताल से अगर सरकार जागी तो ठीक अन्यथा लॉक डाउन खुलने के उपरांत 5 मई से आंदोलन को और तेज किया जाएगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्वयं राज्य सरकार की होगी

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