ख़बरे टीवी – ‘कोविड-19 महामारी के दौरान दिव्यांगजनों के लिए अधिकार एवं पात्रता’ विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन, इस महामारी ने मानव सभ्यता की राजनीतिक, समाजिक, आर्थिक एवं वित्तीय संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया.
‘कोविड-19 महामारी के दौरान दिव्यांगजनों के लिए अधिकार एवं पात्रता’ विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन, इस महामारी ने मानव सभ्यता की राजनीतिक, समाजिक, आर्थिक एवं वित्तीय संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया.
( ख़बरे टीवी – 9334598481, 9523505786 ) – ‘कोविड-19 महामारी के दौरान दिव्यांगजनों के लिए अधिकार एवं पात्रता’ विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन पटना 08 अगस्त 2020 (शनिवार) । जिविका, साइटसअवेयर्स,सकक्षम के संयक्त तत्वाधान में आज दिनांक 8 अगस्त 2020 को सुवह 11:30 बजे से अपराहण् 2:00 बजे तक ‘कोविड-19 महामारी के दौरान दिव्यांगजनों के लिए अधिकार एवं पात्रता’ विषय पर गूगल मीट ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया।
आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डॉ० शिवाजी कुमार (राज्य आयुक्तनि:शक्तता, बिहार सरकार) ऑनलाईन उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि एवं वक्ता के रूप में श्री सुदिप्ता मोहन्ती (क्षेत्रीय निदेशक, साइटसअवेयर्सभारत), श्री शहनवाज अहमद (कार्यकारी सी.ई.ओ. सक्षम, बिहार), श्री सुशील कुमार (एस.पी.एम. सक्षम), श्री नीरज कुमार सिंह (प्रोग्राम मैनेजर, जिविका), श्री केतन कोठारी (नेशनल एडभोकेशी ऑफिसर,साइटसअवेयर्स) ऑनलाइन उपस्थित थे। साथ ही इस ऑनलाइन कार्यक्रम में सैंकड़ो दिव्यांगजन,समाजसेवी, दिव्यांगजन विशेषज्ञ, प्रोफेशनल, डी.पी.जी., डी.पी.ओ. आदि उपस्थित थे। राज्य आयुक्त नि:शक्तता डॉ० शिवाजी कुमार ने बताया कि कोविड 19 महामारी के प्रकोप ने दिव्यांगजनों एवं अन्य समुुदाय के जीवन में कई अभूतपूर्व चुनौतियों को जन्म दिया है। इस महामारी ने मानव सभ्यता की राजनीतिक, समाजिक, आर्थिक एवं वित्तीय संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया है, विशेष रूप से दिव्यांगजनों एवं समाज के कमजोर वर्गों को प्रभावित किया है। हमारे देश की सरकार और सार्वजनिक संस्थान दिव्यांगता से ग्रसित व्यक्तियों की जरूरतों को समझने और उनका जवाब देने में बहुत सक्रिय रहे हैं और कुछ हद तक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों के जीवन पर महामारी के प्रभाव को शांत किया है।
बिहार में भी, सरकार के विभिन्न संस्थानों ने महामारी के दौरान दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन में कठिनाई को कम करने के लिए प्रावधान और उपाय किए हैं। आज भी बहुत सारे दिव्यांगजनों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में पता नहीं और लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों को जागरूक करने के लिए बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विथ डिस्एबिलिटी एवं बिहार सिविल सोसाईटी फोरम द्वारा गांव स्तर पर 6 लाख से ज्यादा डी.पी.जी., पंचायत स्तर पर आठ हजार से ज्यादा, प्रखंड स्तर पर पांच सौ से ज्यादा, 38 जिला एवं 9 सवडिविजन स्तर पर डी.पी.जी. बनाकर कार्य कर रही है। उनके द्वारा की जा रही कार्य काफी सराहणीय है। उन्होंने 21 प्रकार के दिव्यांगजनों को आर.पी.डब्ल्यू. डी. एक्ट 2016 में प्रदत अधिकारों के बारें में विस्तृत रूप से बताया। अंत बताया कि बिहार के कोई भी दिव्यांग इस महामारी एवं बाढ़ के प्रकोप में भुखा नहीं रहे एवं सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं से वंचित नहीं रहे। श्री सुदिप्ता मोहन्ती ने सभी का स्वागत एवं आज के वबिनार के महत्ता पर विस्तृत जानकारी दी एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। श्री नीरज कुमार ने बताया कि सभी दिव्यांगजनों को जिविका से जोड़कर उन्हें आत्म निर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है।
वर्ष 2030 तक सभी दिव्यांगजनों को 15 हजार से 20 हजार तक मासिक आय का लक्ष्य रखा गया है। शहनबाज अहमद एवं श्री सुशिल कुमार ने बताया कि सक्षम एवं सभी बुनियाद केन्द्रेां द्वारा दिव्यांगजनों को पहचान कर दिव्यांगता प्रमाणपत्र एवं यू.डी.आई.डी. कार्ड बनवाने पर जोड़ दी जा रही है। आज भी बहुत सारे ऐसे दिव्यांगजन हैं, जिनके पास दिव्यांगता प्रमाणपत्र नहीं है एवं लाभ से वंचित रह जाते हैं। बुनियाद केन्द्र एवं सक्षम द्वारा सभी दिव्यांगजनों को सभी योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है एवं उन्हे लाभ दिलवाने का प्रयास किया जा रहा है।श्री केतन कोठारी ने बताया कि कोविड 19 महामारी मे महिला दिव्यांगजन बहुत ज्यादा प्रभावित हुई है। समाज में महिला दिव्यांगजनों को जागरूक करना बहुत ही आवश्यक है।आज के ऑनलाइन वेबिनार का संचालन सोमा हल्दर एवं धन्यवाद ज्ञापन सुरभी सुमन के द्वारा किया गया।