November 24, 2024

ख़बरे टीवी – नालंदा जिला पदाधिकारी ने की विभिन्न कोषांगों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक, कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला स्तर पर विभिन्न कोषांगों का गठन किया गया है।

नालंदा जिला पदाधिकारी ने की विभिन्न कोषांगों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक, कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला स्तर पर विभिन्न कोषांगों का गठन किया गया है।

( ख़बरे टीवी – 9523505786 ) – कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जिला स्तर पर विभिन्न कोषांगों का गठन किया गया है।
जिला स्तर पर प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप जांच हेतु सैंपल लिया जा रहा है। पॉज़िटिव पाए गए लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए बीड़ी श्रमिक अस्पताल बिहार शरीफ एवं डाइट नूरसराय में आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है।
जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने आज सैंपल कलेक्शन, जांच, आइसोलेशन, कंटेनमेंट जोन आदि को लेकर विभिन्न कोषांगों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
दोनों संस्थागत आइसोलेशन सेंटर के लिए एक-एक पदाधिकारी को पर्यवेक्षी पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। बीड़ी श्रमिक अस्पताल आइसोलेशन सेंटर के पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी जिला खेल पदाधिकारी को तथा डाइट नूरसराय आइसोलेशन सेंटर के पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी जिला सहकारिता पदाधिकारी को दी गई है। जिला पदाधिकारी ने दोनों अधिकारियों को आइसोलेशन सेंटर पर भोजन की व्यवस्था एवं गुणवत्ता, साफ सफाई की व्यवस्था तथा उपलब्ध चिकित्सा सुविधा के सतत पर्यवेक्षण का आदेश दिया है। उन्हें प्रतिदिन दोनों आइसोलेशन सेंटर पर भोजन की गुणवत्ता को स्वयं चख कर देखने एवं अन्य व्यवस्था के संबंध में जिला पदाधिकारी को फीडबैक देने का निर्देश दिया गया।
वर्तमान में जिला के लिए 370 जांच सैंपल प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें से Rt PCR के लिये 200, ट्रूनेट के लिए 125 तथा रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 45 सैंपल का प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित है। जिला पदाधिकारी ने निर्धारित लक्ष्य एवं प्रोटोकॉल के अनुरूप प्रतिदिन जांच सैंपल लेने तथा जांच सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। प्रोटोकॉल के अनुसार पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों के हाई रिस्क संपर्क वाले लोगों का सैंपल जांच हेतु प्राथमिकता से लेना है।इसके लिए ट्रैकिंग कोषांग के पदाधिकारी को हाई रिस्क कांटेक्ट ट्रेसिंग कर सैंपलिंग की कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया।


स्वास्थ्य विभाग के गाइड लाइन के अनुसार संक्रमित व्यक्ति अपनी इच्छा से होम आइसोलेशन में भी रह सकते हैं। इसके लिए उन्हें जांच के समय ही होम आइसोलेशन के लिए एक कंसेंट डिक्लेरेशन देना होगा तथा इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों का भी नियमित रूप से मेडिकल फॉलो अप सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को जिला स्तरीय मेडिकल हेल्पलाइन का नंबर 06112 236794 उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया ताकि आकस्मिकता की स्थिति में लोग इस नंबर पर संपर्क कर आवश्यक मेडिकल सुविधा प्राप्त कर सकें। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों का अलग से डाटा संधारित करने का निर्देश दिया गया।
रैपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा अनुमंडल स्तर पर भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष से भी प्रतिदिन आइसोलेशन सेंटर पर आवासित कुछ लोगों से दूरभाष के माध्यम से बात कर उपलब्ध व्यवस्था के बारे में फीडबैक लेने का निर्देश दिया गया।
दोनों आइसोलेशन सेंटर पर पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य उपलब्ध उपकरण एवं दवाइयों का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
आइसोलेशन सेंटर से प्रतिदिन निकलने वाले कचड़े का निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप संग्रहण एवं निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
सभी पदाधिकारियों को अपने अपने दायित्वों का निर्वहन संवेदनशीलता के साथ सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में आपदा शाखा प्रभारी, सिविल सर्जन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता बिहार शरीफ, जिला कल्याण पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग एवं जिला स्तरीय अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

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