December 4, 2024

ख़बरे टीवी – राजगीर विधानसभा क्षेत्र सीपीआई के पूर्व प्रत्याशी डॉ अमित कुमार पासवान ने आंदोलन करने की दी धमकी, अगर 1 सप्ताह के भीतर डॉक्टर, नर्स, स्लीपर, प्रोफ़ेसर, दवाई आदि समस्याओं का निदान अभिलंब नहीं किया गया तो

राजगीर विधानसभा क्षेत्र सीपीआई के पूर्व प्रत्याशी डॉ अमित कुमार पासवान ने आंदोलन करने की दी धमकी, अगर 1 सप्ताह के भीतर डॉक्टर, नर्स, स्लीपर, प्रोफ़ेसर, दवाई आदि समस्याओं का निदान अभिलंब नहीं किया गया तो, चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा.


( ख़बरे टीवी – 9523505786 ) – राजगीर विधानसभा क्षेत्र सीपीआई के पूर्व प्रत्याशी डॉ अमित कुमार पासवान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी जारी कर कहा है कि, एक तरफ जहां दिन प्रतिदिन सुबह में काेराेना जैसे भयंकर बीमारी तेजी से फैल रहा है, वहीं दूसरी ओर राज्य के सभी अस्पतालों में इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है, डॉ पासवान ने कहा कि नालंदा जिले के राजगीर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एकमात्र पावापुरी मेडिकल कॉलेज है, जहां काेरोना मरीजों का देख -रेख हेतु आइसोलेशन वार्ड बनाया गया हैं, ताकि मरीजों का बेहतर इलाज हो सके, लेकिन यहां जो काेरोना संक्रमित मरीज भर्ती हो रहे हैं, उनका भगवान भरोसे ही इलाज चल रहा है, जिसके कारण मृत्यु दर की संख्या काफी बढ़ रही है, आम जनता के अलावे संक्रमित डॉक्टर एवं प्रोफेसर को भी मूलभूत सुविधा से वंचित रखा जा रहा है, आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों को साबुन, बाल्टी, स्लीपर, सहित अन्य जरूरत की समान देना अनिवार्य है, लेकिन विम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना वायरस के मरीजाे काे ये सब समान नहीं दिया जा रहा, विम्स में कोविड-19 की देखभाल के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा,  डा. पासवान ने कहा कि िविम्स जैसे बड़ा हॉस्पिटल का बिल्डिंग तो दिखाई देता है, लेकिन नर्स, डॉक्टर, प्रोफेसर एवं अन्य कर्मचारियों का घोर अभाव के कारण व्यवस्था लोगों को बेहतर इलाज नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, डॉ पासवान ने कहा कि बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार जी ने जनता की परवाह को छोड़कर चुनाव लड़ने और लड़ाने की तैयारी में लगे हुए हैं, लाश की ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं, जिसे जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी, आगामी विधानसभा चुनाव में जनता सबक सिखाएगी, डॉ पासवान ने बिहार सरकार एवं विंम्स प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर 1 सप्ताह के भीतर डॉक्टर, नर्स , स्लीपर, प्रोफ़ेसर , दवाई आदि समस्याओं का निदान अभिलंब नहीं किया गया तो, लॉक डाउन का नियमों का पालन करते हुए बीम्स के मुख्य द्वार पर धरना व प्रदर्शन कर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा . जिसका सारा जवाबदेही विम्स प्रशासन एवं बिहार सरकार की होगी .