October 19, 2024

ख़बरे टीवी – बिहार भगवान बुद्ध महावीर की धरती है, जिनको चाहने वाले आज पूरे विश्व में हैं। टूरिज्म सिर्फ ट्रेड नहीं है बल्कि सभ्यता और संस्कृति से दुनिया को परिचित कराने का माध्यम है, बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट पर्यटन उद्योग में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का विजन.

बिहार भगवान बुद्ध महावीर की धरती है, जिनको चाहने वाले आज पूरे विश्व में हैं। टूरिज्म सिर्फ ट्रेड नहीं है बल्कि सभ्यता और संस्कृति से दुनिया को परिचित कराने का माध्यम है, बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट पर्यटन उद्योग में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का विजन.

 

” बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट ” पर्यटन
उद्योग में लोजपा के राष्ट्रीय
अध्यक्ष चिराग पासवान का विजन।

 


 रंजीत कुमार ( ख़बरे टीवी – 9334598481, 9523505786 ) – अभी इस कोरोना के संक्रमण काल में भी बिहार में चुनावी चर्चा ही मुख्य केन्द्र बिन्दु बनते जा रहा है और इस चर्चा में बिहार में किसी बिहारी नेता का सर्वाधिक चर्चा हो रहा है, तो उनका नाम है चिराग पासवान ।
चर्चा की वजह है उनका विजन , बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट जिन्होंने बिहार के विकास के सवाल पर चाहे वो शिक्षा ,स्वास्थ्य , टूरिज़्म , उद्योग , प्रवासी मज़दूर भाइयों की समस्या तथा आज़ादी के बाद आज भी निचले पायदान पर ज़िंदगी बसर करने वाले जो मूलभूत सुविधाओं से वंचित है, उनके जीवन को कैसे मुख्यधारा में जोड़ा जाय।
आज हम चर्चा करेंगे सिर्फ़ टूरिज़्म का जो लोजपा के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का सोच है इनको लगता है और ये समस्या के साथ कमोवेश इसका समाधान चाहते हैं । बिहार भगवान बुद्ध महावीर की धरती है, जिनको चाहने वाले आज पूरे विश्व में हैं। टूरिज्म सिर्फ ट्रेड नहीं है बल्कि सभ्यता और संस्कृति से दुनिया को परिचित कराने का माध्यम है.

बिहार के लिए बाहरी दुनिया के बीच परसेप्शन बदलने का माध्यम हो सकता है. बिहार में आर्थिक विकास में बड़ा योगदान देने वाला सेक्टर हो सकता है.
मैं पिछले 10 वर्ष पूर्व की एक घटना का ज़िक्र यहाँ पर करना चाहता हूँ। उस समय मेरा रहना मुंबई में हो रहा था। उस समय मगध यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के साथ एक टीम मुंबई में आया हुआ था । वो हमारे परिचित लोग के मुम्बई के हयात होटल में ठहरे हुए थे । रात में लोगों के साथ खाने की टेबल पर हयात होटल ग्रुप के मालिक के साथ चर्चा चल रहा था । उस समय हयात ग्रुप होटल को गया में मगध यूनिवर्सिटी के कैंपस को 25 एकड़ जगह लीज़ पर होटल खोलने के लिए दिया जाना था । मैंने उनसे एक सवाल किया कि इतना बड़ा होटल गया में चलेगा?

 


इस पर होटल के मालिक का जवाब था कि मेरा होटल सिर्फ़ विदेशी टूरिस्ट , जो भगवान बुद्ध के चाहने वाले हैं , वो उन्हीं से सालों भरा रहेगा। सिर्फ़ सरकार हमारे सारे सुविधा प्रदान करें। उस समय हयात ग्रुप लगभग 50-60 हज़ार करोड़ का था । इन्होंने पूरी दुनिया में लगभग सभी फ़ाइव स्टार होटल के व्यवस्था में ये लोग जुड़े थे, मगर वह योजना भी ठंडे बस्ते में रखा गया क्योंकि वो लोग भगवान बुद्ध को मानने वाले थे, इसलिए वो होटल बनाना चाहते थे, ताकि वो अपने भगवान की सेवा कर सकें बिहार प्रदेश महासचिव लोजपा सह – संसदीय बोर्ड सदस्य डॉ.रंजीत सिंह ने कहा कि
यह चर्चा मैं आज इस अंक में इसलिए कर रहा हूँ कि माननीय चिराग पासवान जी की सोच पटना से गया होते हुए राजगीर से पटना का एक रिंग रोड छः लेन बनता , वापस पटना से वैशाली हो , यहाँ से नेपाल हो अगर इन सब जगह को छह लेन सड़क से जोड़कर गया और राजगीर , वैशाली में होटल व्यवस्था से जुड़े लोग को आगे लाकर उनको मूलभूत सुविधा देकर सरकार को चाहिए कि बिहार के जितने टूरिस्ट या इतिहास से जुड़ा जगह है, वहाँ पर्यटक के लिए दूसरे राज्यों की तरह सुविधा उपलब्ध कराया जाए.
ऐसा होता तो शायद बिहार में विदेशी टूरिस्ट सहित 130 करोड़ की आबादी भारत का होने जा रहा है और सनातन धर्म के हिसाब से मोक्ष प्राप्ति की जगह भी “गया “है।


राजगीर से पूरा भारत से लेकर अफ़ग़ानिस्तान तक एक राजा था मगध के प्रतापी राजा चन्द्रगुप्त से लेकर सम्राट अशोक तक की राजधानी रहा भारत के इतिहास में शायद सबसे सुनहरा युग रहा था। आज़ादी के बाद जो हमारे राष्ट्रीय ध्वज है, उसमें अशोक चक्र या हमारे सैनिक के बाजुओं पर जो शेर का निशान जिस पर हमारा सीना चौड़ा होता है, वो इसी राजगीर और मगध के इतिहास के पन्नों से लिया गया है । राजगीर में सैकड़ों एकड़ ज़मीन मालिक गरमजरूआ है,  सरकार चाहे तो दृढ़ इच्छा शक्ति से इस ज़मीन पर भी अपना एजेंडा चला सकती है।
पटना जहाँ सिखों के अंतिम गुरु गोबिन्द सिंह का जन्म स्थली है और पूरा यूरोप , भारत सब जगह हमारे सिख भाई जो भी कहीं बसे हुए हैं, उनके मन में एक श्रद्धा होता है कि अपने जीवन में एक बार ज़रूर पटना में गुरु गोबिन्द सिंह की जन्मस्थली पर जायें, अगर यहाँ भी सुविधा को और बढ़ाया जाए , दुनिया में प्रचार किया जाए तो निश्चित रूप से पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि होगी।
बंगाल के टूरिस्ट से राजगीर भरा पड़ा रहता है, लेकिन हमें यह कहते आज बहुत ही तक़लीफ़ होता है की मूल सुविधा से यह टूरिस्ट स्थान वंचित है ।अगर सरकार ये दोनों जगह और बिहार के वो तमाम जगह को फ़ोकस करें तो सरकारी ख़ज़ाने विदेशी मुद्रा भंडार से न भर जाय । यही “बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट “के तहत माननीय चिराग पासवान जी का विजन है।

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