October 18, 2024

ख़बरे टीवी – जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में AES/JE की रोकथाम को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में AES/JE की रोकथाम को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक|

 

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में आज AES(Acute Encephalitis Syndrome)/ JE(Japanese Encephalitis) की रोकथाम को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आहूत की गई।

यह बीमारी मुख्य रूप से छोटे बच्चों को प्रभावित करती है। इससे बचाव को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में लक्षित वर्ग के लोगों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। इस अभियान में स्वास्थ्य, आईसीडीएस, शिक्षा, पंचायती राज, पशुपालन, कृषि, पीएचइडी आदि विभागों के समन्वय से समेकित रूप से कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
सभी संबंधित विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन कराने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार प्रखंड स्तर पर भी कार्यशाला का आयोजन कर सभी संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मियों को हैंड्स ऑन ट्रेनिंग कराने का निर्देश दिया गया।
लक्षित समूह के लोगों के बीच इस बीमारी से बचाव को लेकर विभिन्न माध्यमों से व्यापक रूप से जन जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। जागरूकता अभियान के क्रम में इस बीमारी से बचाव को लेकर “क्या करें” “क्या ना करें” के संबंध में जानकारी पर जोर दिया जाएगा।


इसके लिए हैंड बिल, फ्लेक्स बैनर, समाचार पत्र, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। सभी लक्षित पंचायतों में प्रचार वाहन के माध्यम से माइकिंग द्वारा लोगों को सही संदेश पहुंचाने का निर्देश दिया गया।
सभी आवश्यक दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित रखने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। सदर अस्पताल के पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (PICU) को हमेशा तैयार हालत में रखने का निर्देश दिया गया। PICU में ऑक्सीजन सप्लाई आदि की व्यवस्था हमेशा सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया।
सभी पंचायतों के साथ वाहन की टैगिंग सुनिश्चित करने को कहा गया ताकि आवश्यकता पड़ने पर पीड़ित बच्चे को तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया जा सके तथा अनावश्यक समय की बर्बादी से बचा जा सके। टैग किए गए वाहन के संबंध में भी पंचायत के स्थानीय लोगों को सूचना उपलब्ध कराने को कहा गया ताकि स्थानीय स्तर से तत्काल टैग किए गए वाहन की सेवा ली जा सके।
इस बीमारी से बचाव के लिए यह महत्वपूर्ण है कि रात में बच्चे भूखे पेट ना सोएं। बच्चों को रात में खाना अवश्य रूप से खिलाया जाए। रात्रि में गुड़/ शक्कर का सेवन भी बच्चों के लिए लाभकारी होता है। ऐसी छोटी छोटी चीजों के बारे में लोगों को व्यापक रूप से जागरूक करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला वेक्टर बोर्न डिजीज पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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