ख़बरे टीवी – बिहारशरीफ सदर अस्पताल के 102 एंबुलेंस कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए, जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा की इनकी मांगों को जितनी जल्दी से जल्दी हो सके पूरा किया जाए एवं उनके ऊपर किया गया झूठा मुकदमा भी वापस लिया जाए, नहीं तो जिला कांग्रेस कमेटी के सभी लोग प्रखंडों एवं जिला में उग्र प्रदर्शन शुरू कर देंगे.
बिहारशरीफ सदर अस्पताल के 102 एंबुलेंस कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए, जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा की इनकी मांगों को जितनी जल्दी से जल्दी हो सके पूरा किया जाए एवं उनके ऊपर किया गया झूठा मुकदमा भी वापस लिया जाए, नहीं तो जिला कांग्रेस कमेटी के सभी लोग प्रखंडों एवं जिला में उग्र प्रदर्शन शुरू कर देंगे.
( ख़बरे टीवी – 9334598481, 9523505786 ) – दिनांक 16 सितंबर 2020 को बिहारशरीफ के सदर अस्पताल में सिविल सर्जन के सामने चल रहे 102 एंबुलेंस कर्मियों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा की एंबुलेंस कर्मियों की सारी मांगे जायज है, उन्होंने बताया की पूर्व से उनकी सारी मांगे लंबित चलती आ रही हैं, जब भी एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर जाते हैं, इनकी मांगों को मानने का आश्वासन देकर हड़ताल तुड़वा दिया जाता है, अंत में आजिज होकर बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ इंटक के बैनर तले पूरे राज्य में 102 एंबुलेंस कर्मी 15 सितंबर से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, राज्य स्वास्थ्य समिति एवं पीडीपीएल के द्वारा पूर्व में हुए समझौते जो फरवरी 19 में हुआ था, उन्ही बिंदुओं को लेकर दिनांक 9 सितंबर 2020 को ही अल्टीमेटम देकर एवं अपनी मांगों को राज्य स्वास्थ्य समिति एवं सिविल सर्जन के सामने रखकर उसे पूरा करवाने का आग्रह किया था,
उसी पत्र में इन लोगों के द्वारा 15 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कही गई थी, लेकिन ना ही राज्य स्वास्थ्य समिति और ना ही जिला स्वास्थ्य समिति ने इनकी बातों की ओर ध्यान दिया, अंततः सारे एंबुलेंस कर्मी अपने 102 एंबुलेंस को लेकर बिहार शरीफ सदर अस्पताल में आकर धरना पर बैठ गए हैं, यह कैसी विडंबना है की जब इनकी बहाली 2017 में ₹7000 पर 8 घंटे का ड्यूटी कर कर लिया गया था, तब से आज तक लगभग 4 वर्षों से इन से 12 घंटा ड्यूटी भी लिया जा रहा है और इन्हें वेतन भुगतान 8 घंटा का ही दिया जाता है, इस बात की सारी जानकारी राज्य स्वास्थ्य समिति एवं जिला स्वास्थ्य समिति के सामने कई बार दीया भी गया है, लेकिन लगता है राज्य स्वास्थ्य समिति और जिला स्वास्थ्य समिति पीडीपीएल से मिलीभगत कर इनका पैसा खाने में लगी है और साथ ही मात्र 4 वर्षों में 10% यानी ₹700 का वृद्धि तनख्वाह में किया गया है, जबकि श्रम नियम के अनुसार 4 घंटे का ओवरटाइम का पैसा इन लोगों का पीडीपीएल कंपनी के द्वारा गबन किया जा रहा है, जो कहीं से भी न्याय संगत नहीं है, उल्टे जैसा की जानकारी हुआ है कि पीडीपीएल के द्वारा इन लोगों पर मुकदमा भी किया गया है, जो पूर्णत झूठा मुकदमा है, जब इन लोगों के द्वारा पूर्व में ही अल्टीमेटम दिया जा चुका है कि हमारी मुख्यतः जो मांगे हैं और जायज है, उसे पूरा करवा दिया जाए इस कोरोना काल में सही रूप में कोरोना योद्धा के रूप में काम करने वाले यही एंबुलेंस कर्मी है, जो यह जानकर भी मरीज को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचा रहे हैं कि उनके साथ चलने वाला मरीज कोरोना पॉजिटिव है.
राज्य सरकार के द्वारा कोरोना काल में कार्य करने वाले जो भी कर्मी संक्रमित लोगों के सेवा में लगे हुए हैं उन्हें प्रोत्साहन राशि दिया जा रहा है, लेकिन यह अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना काल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए कार्य करने के बाद भी इन्हें कोई प्रोत्साहन राशि नहीं दिया गया, बल्कि जो भी एंबुलेंस चालक कर्मी दल के सदस्य कोरोना पॉजिटिव हुए उनको उस समय का ड्यूटी नहीं दिखा कर पैसा भी काट कर पेमेंट दिया गया है, यह सरकार का दायित्व बनता है कि उनके सेवा में लगे एंबुलेंस कर्मियों का सही समय पर वेतन भुगतान हो जैसा कि एंबुलेंस कर्मियों ने बताया कि उन्हें तीन-तीन चार-चार महीने के बाद वेतन दिया जाता है, गरीबी रेखा से भी नीचे बसर करने वाले इन एंबुलेंस कर्मियों को जानबूझकर चार चार महीना के बाद वेतन देना कहीं से भी न्याय संगत नहीं दिखता है कंपनी के द्वारा इनके पीएफ के भी काटे गए पैसों का कोई हिसाब इन लोगों को नहीं दिया जा रहा है, जबकि नियमानुसार इन कर्मियों को बोनस का भुगतान किया जाना चाहिए, वेतन भी सही समय पर मिलना चाहिए, श्रम कानून के अंतर्गत जो भी वर्णित बिंदु है, उसका सख्ती से पालन होना चाहिए, जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा की इनकी मांगों को जितनी जल्दी से जल्दी हो सके पूरा किया जाए एवं उनके ऊपर किया गया झूठा मुकदमा भी वापस लिया जाए, नहीं तो जिला कांग्रेस कमेटी के सभी लोग प्रखंडों एवं जिला में उग्र प्रदर्शन शुरू कर देंगे, जिसकी सारी जवाबदेही राज्य स्वास्थ्य समिति एवं जिला स्वास्थ्य समिति की होगी, धरना स्थल पर जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय शंकर कुशवाहा ने भी इन लोगों को संबोधित करते हुए कहा की हम सभी आपकी मांगो को ऊपर तक पहुंचाने का काम करेंगे, धरना को संबोधित करने के बाद जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार एवं युवा अध्यक्ष उदय शंकर कुशवाहा ने नालंदा के सिविल सर्जन से मिलकर एंबुलेंस चालक कर्मियों के तरफ से एक ज्ञापन देते हुए उस पर सहानुभूति से विचार करने की गुजारिश भी की जिस पर सिविल सर्जन के द्वारा उचित कार्यवाही करने का भरोसा भी दिया गया.