खबरें टी वी : नालंदा विश्वविद्यालय में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) चेयर की होगी स्थापना: नालंदा की एक और उपलब्धि…. जानिए पूरी ख़बर
नालंदा विश्वविद्यालय में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) चेयर की होगी स्थापना: नालंदा की एक और उपलब्धि….
ख़बरें टी वी : 9334598481 : ब्यूरो रिपोर्ट : नालंदा विश्वविद्यालय में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के चेयर की स्थापना प्रस्तावित हुई है। वर्ष 2023 में भारत की अध्यक्षता में हो रहे एससीओ की विभिन्न गतिविधियों के अंतर्गत इस चेयर की स्थापना एससीओ सदस्य देशों के साथ साझा बौद्ध विरासत के अनुसंधान हेतु विदेश मंत्रालय, भारत सरकार और इसके एससीओ प्रभाग के सहयोग के साथ विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर सुनैना सिंह की एक महत्त्वपूर्ण पहल है।
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) एक अंतर सरकारी संगठन है। बौद्ध धर्म के प्रसार के साथ भारत का एससीओ के विभिन्न सदस्य देश के साथ प्राचीन काल से ही व्यापार एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान होता रहा है। वर्तमान संदर्भ में इस संगठन ने भारत, चीन व मध्य एशिया के देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। “प्राचीन समय में नालंदा के माध्यम से सम्पूर्ण एशियाई क्षेत्र में सांस्कृतिक और सभ्यतागत संवाद स्थापित होता रहा है। अपने नए अवतार में नालंदा विश्वविद्यालय आज के बहुध्रुवीय विश्व में अपने इस ऐतिहासिक दायित्व का निर्वाह करने के लिए तैयार हो रहा है। नालंदा विश्वविद्यालय में एससीओ चेयर की स्थापना से हमारी साझा बौद्ध विरासत की समझ और भी समृद्ध होगी।”
एससीओ अध्यक्ष के रूप में भारत के महत्त्व को रेखांकित करते हुए, कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा, “इस पहल से वैश्विक शांति और विकास के साथ-साथ हमारी बौद्ध धर्म की साझा आध्यात्मिक विरासत को पुनर्स्थापित करने में मदद मिलेगी। एससीओ सदस्य देशों के बीच साझा अतीत, विरासत, भाषाई और सभ्यतागत संबंध रहे हैं। इस चेयर की स्थापना का उद्देश्य बौद्ध अध्ययन और सांस्कृतिक क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देना एवं भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों और एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना है।”
कुलपति प्रोफेसर सुनैना सिंह के नेतृत्व में नालंदा विश्वविद्यालय वर्तमान समय में ज्ञान-परंपरा के माध्यम से सांस्कृतिक संबंधों के पुनर्निर्माण की दिशा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सत्रह सदस्य देशों के साथ राष्ट्रीय महत्व के इस अंतर्राष्ट्रीय संस्थान का संचालन विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में हो रहा है। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा समर्थित इस एससीओ चेयर की स्थापना की पहल से वैश्विक स्तर पर भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध और भी समृद्ध होंगे।
गौरतलब है कि हाल में ही साझा बौद्ध विरासत के माध्यम से अंतर-सांस्कृतिक संबंध को फिर से स्थापित करने और समानताओं की तलाश करने पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विशेषज्ञों की एक सफल अंतर्राष्ट्रीय बैठक आयोजित की गई थी। भारत की एससीओ अध्यक्षता के तहत हो रही गतिविधियां, गैर-पश्चिमी दुनिया में भारत के बहुपक्षीय संबंधों का विस्तार करने में प्रयासरत हैं। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एससीओ में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है और इस संगठन के विभिन्न आयामों को पर्याप्त समर्थन प्रदान करता रहा है। भारत ने समरकंद (उज़्बेकिस्तान) में आयोजित 2022 एससीओ शिखर सम्मेलन में एससीओ की अध्यक्षता ग्रहण की और वर्ष 2023 में इस संगठन के शिखर सम्मेलनों की मेजबानी कर रहा है।