November 23, 2024

ख़बरें टी वी : समाज में द्वेष के बाद समाजसेवी दीपक के नेतृत्व में चलेगा सद्भावना पैगाम कार्यक्रम नालंदा एवं सासाराम में चलेगा व्यापक अभियान…. जानिए पूरी ख़बर

 

 

समाज में द्वेष के बाद समाजसेवी दीपक के नेतृत्व में चलेगा सद्भावना पैगाम कार्यक्रम नालंदा एवं सासाराम में चलेगा व्यापक अभियान..

 

 

ख़बरें टी वी : 9334598481 : ब्यूरो रिपोर्ट : समाज में प्रेम ,शांति और भाईचारे के संदेश को जन जन तक पहुंचाने को लेकर सद्भावना पैगाम का आयोजन सद्भावना मंच (भारत) के द्वारा किया जायेगा ।यह जानकारी देश के जाने माने समाजसेवी सह सद्भावना मंच (भारत) के संस्थापक दीपक कुमार ने विशेष भेट वार्ता के दौरान मीडिया को दी ।
बताते चले कि दीपक कुमार को देश और दुनिया के प्रख्यात गांधीवादी विचारक ब्रह्मलीन डॉक्टर एसएन सुब्बाराव , पीवी राजगोपाल, देश और दुनिया में मशहूर रहे सद्भावना कार्यकर्ता डॉ.असगर अली इंजीनियर (अब वे नही रहे ), प्रोफेसर राम पुनियानी, सहित अनेकों नामचीन हस्तियों के साथ कार्य करने का अनुभव प्राप्त है। तथा शांति व सद्भावना के क्षेत्र में कार्य करने का उन्हें पूरे देश में अनुभव प्राप्त है।
समाजसेवी दीपक कुमार ने कहा कि प्राचीन काल से ही बिहार ने दुनिया को अमन ,शांति का पैगाम दिया है ।बिहार अनेकों महापुरूषों एवं सूफी संतो की भूमि रही है ।उन्होंने कहा कि
रामनवमी जुलूस के दौरान नालंदा एवम सासाराम में अशांति का माहौल बना । इस बीच दो समुदाय के लोगो के बीच दुखद घटना घटी ।जिससे मानवता शर्मशार होती है । मानवता से बड़ा कोई धर्म नही है ।
शांति और सद्भाव किसी भी समाज के निर्माण के आधार हैं। अगर समाज में शांति और सदभाव होगा तो हर जगह विकास हो सकता है।इसलिए हम सभी को जीवन में सदैव प्रेम ,प्यार से समाज में रहना चाहिए।यदि हम सभी अपने अपने जीवन में यह संकल्प ले कि अपने जीवन में कभी भी जाति, धर्म ,संप्रदाय को लेकर झगड़ा नहीं करेंगे तब हमारा समाज और देश निश्चित रूप से विकास करेगा ।

जाति धर्म का झगड़ा झूठा ।
मानव से मानव क्यों रूठा ।।

समाजसेवी दीपक कुमार ने कहा कि सद्भावना मंच (भारत) के नेतृत्व में समाजसेवियों ,बुद्धिजीवियों एवं संस्कृतिकर्मियों को लेकर लोगो की एक टीम बनाई जाएगी ।यह टीम नालंदा और सासाराम में छात्रों के बीच सद्भावना पैगाम का आयोजन करेगी ।
सद्भावना पैगाम के आयोजन की जानकारी जिला प्रशासन को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जब हम किसी के प्रति कोई दुर्भाव नही रखते हैं और हर किसी के प्रति अच्छी सोच और भावना रखते हैं तब हमारे हृदय में सद्भावना का उदय होता है। साथ ही उन्होंने कहा कि धर्म तो एक ही सच्चा जगत को प्यार दे दे हम। हम अपने जीवन स्तर को इतना ऊंचा उठाए की कभी भी हमारे मस्तिष्क में नफरत या वैमनस्यता का बीज नहीं पनप पाए। अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठाए एवं अपने ह्रदय में करुणा, प्रेम और शांति जैसे उत्कृष्ट विचारों को सदैव जीवित रखें।