October 18, 2024

#bihar: बिहार में फिजियोथेरेपी चिकित्सा में बेहतर प्रयास कर रही फिजियो आर्ट वेलफेयर फाउंडेशन…. जानिए

 

 

 

 

 

 

 

 

बिहार में फिजियोथेरेपी चिकित्सा में बेहतर प्रयास कर रही फिजियो आर्ट वेलफेयर फाउंडेशन….

 

 

 

 

 

 

 

 

 

ख़बरें टी वी : पिछले 14 वर्षो से ख़बर में सर्वश्रेष्ठ.. ख़बरें टी वी ” आप सब की आवाज ” …आप या आपके आसपास की खबरों के लिए हमारे इस नंबर पर खबर को व्हाट्सएप पर शेयर करें… ई. शिव कुमार, “ई. राज” -9334598481.

.. हमारी मुहिम .. नशा मुक्त हर घर .. बच्चे और नवयुवक ड्रग्स छोड़ें .. जीवन बचाएं, जीवन अनमोल है .. नशा करने वाले संगति से बचे ..

… हमारे प्लेटफार्म पर गूगल द्वारा प्रसारित विज्ञापन का हमारे चैनल के द्वारा कोई निजी परामर्श नहीं है, वह स्वतः प्रसारित होता है …

 

 

 

 

 

 

 

 

 

ख़बरें टी वी: फिजियोथेरेपी चिकित्सा में बेहतर प्रयास कर रही फिजियो आर्ट वेलफेयर फाउंडेशन के डायरेक्टर ऋतिक मिश्रा और निधि कुमारी ने दिनांक 21 और 22 सितम्बर को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपी द्वारा दिल्ली के constitution club of India में आयोजित 2nd नेशनल कांफ्रेंस में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में अलग अलग देश व स्टेट से फिजियोथेरेपिस्ट शामिल हुए थे।

 

 

इस कार्यक्रम में फिजियो जेन जेड कंपटीशन में इनोवेटिव आइडिया को प्रस्तुत करने की योजना थी । इस प्रतियोगिता में अलग अलग स्थानों के लोगों ने सक्रिय भूमिका निभाई और गर्व की बात ये है की बिहार राज्य के महावीर पैरामेडिकल ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के फिजियोथेरेपी के छात्र ऋतिक मिश्रा और पटना इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंस की छात्रा निधि कुमारी ने भागीदारी सुनिश्चित की उन्होंने न्यूरो मस्कुलर फिजिकल असेसमेंट डिवाइस की रोडमैप तैयार कर नेशनल कांफ्रेंस में पेश की।

 

 

यह ऐसी डिवाइस बनेगी जिससे भविष्य में जानवरों के न्यूरो व मस्कुलर संबंधित समस्याओं का पता लगाना संभव होगा। मनुष्य सहित जानवरों के इलाज को डायग्नोज करने में ये डिवाइस लाभदायक होगा और वर्टिनरी सेक्टर में एक नए ब्रांच की स्थापना भी हो सकेगी। ग्लोबल प्लेटफार्म पर बिहार के फिजियो द्वारा प्रस्तुत आइडिया को IAP ने स्वीकृति दी और वहां मौजूद वर्ल्ड फिजियोथेरेपी के प्रेसिडेंट डॉ माइकल लांड्री ने ट्रॉफी दे कर सम्मान किया।

 

 

IAP के प्रेसिडेंट डॉ संजीव कुमार झा , प्रतियोगिता की जज डॉ उथरा मोहन , रसिया से डॉ ओल्गा ने इनके आइडिया पर अपनी मंजूरी दी। इस प्रोजेक्ट में रूपाली भारद्वाज का भी सहयोग मिला। ऋतिक मिश्रा और निधि कुमारी ने यह स्पष्ट किया है की जल्द ही रोबोटिक्स व बायोमेडिकल इंजीनियरिंग टीम के संपर्क में आ कर यह डिवाइस बन कर तैयार होगी और असेसमेंट आसान होगा। सही डायग्नोज अगर संभव है तब ही उत्तम उपचार भी संभव होगा।