December 3, 2024

ख़बरे टीवी – कब जागभो सरकार , मोहल्लेवासी की गुहार, स्मार्ट सिटी बिहारशरीफ पर भू- माफियाओं के कब्ज़े से बना बदहाल…

जिला प्रशासन से लगा रहे हैं मोहल्लेवासी गुहार, स्मार्ट सिटी बिहारशरीफ पर भू- माफियाओं के कब्ज़े से बना बदहाल, लोगों का जीना हुआ दुश्वार.


Khabre Tv – 9334598481 – रूपेश कुमार गोल्डन की रिपोर्ट – एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा मुख्यालय बिहारशरीफ जो सूफ़ी संतों की नगरी मानी जाती है, जिसे स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त है. जहां केंद्र से लेकर राज्य सरकार के उच्च स्तरीय नेता यहां पहुंचकर देश के लिए अमन चैन की दुआ मांगते हैं, और बाबा मख़्दूम साहब के मज़ार पर चादरपोशी करते हैं. लेक़िन दुर्भाग्य वश वहां पर बसे लोगों की हालात बद से बदतर होती जा रही है. वही ज़िला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रतिनिधियों के रवैए से विकास का दावा पूरी तरह से फ़ेल है. और स्मार्ट सिटी बनाने की योजना अभी तक सिर्फ काग़ज़ों पर ही स्मार्ट दिख रहा है।

ये तस्वीर उस स्मार्ट सिटी की गवाही दे रही है. जहां लोगों को बीमारियों के साथ साथ उन लोगों को किसी काम के लिए बाहर निकलने में दुश्वारी झेलनी पड़ रही है. जी हा यह नाज़ारा बिहार शरीफ़ स्मार्ट सिटी के बड़ी दरगाह मोहल्ले वार्ड नंबर 45 का है. बिहार शरीफ शहर के घनी आबादी बीचों बीच मखदूम कॉलोनी है जहां बारिश का पानी बहुत ज़्यादा होने के कारण वहां के निवासी लोगों का घर से निकलना हाल बेहाल हो चुका है. स्थानीय लोगों की मानें तो नगर आयुक्त, नगर निगम बिहार शरीफ से मुलाकात की परंतु नगर निगम अब तक हरकत में नहीं आई है।

इस बात से साबित हो रहा है कि स्मार्ट सिटी के नाम पर नगर निगम सिर्फ वसूली करने में दिन रात लगे हुए हैं. जैसे लोगों की परेशानी से नगर निगम को मतलब ही नहीं है. तत्काल उस जगह पर पानी निकासी का काम कराना वहुत ही जरूरी है. साथ ही अब तक वहां मोहल्ले की सड़क का भी कार्य नहीं हुआ है, जो जल्द से जल्द होना चाहिए. सबसे बड़ी बात यह है कि नगर निगम इतना गहरी नींद से सोए हुए हैं कि नदी मोड़ के पास पूरी तालाब में मकान बना हुआ है. उस पर कोई ध्यान नहीं है. और यही हाल यहाँ के वार्ड पार्षद की है वो भी नींद से सोए हुए रहते हैं। 

 दिन रात गैरमजरूआ जमीन पर  निगाह भू-माफिया द्वारा डाले रहते हैं कि कहां पर गैरमजरूआ जमीन मिले और फिर वहां पर कब्जा कर सके। तो वार्ड का विकास क्या खाक हो पाएगा, मैं बता दूं सबसे बड़ी बात बड़ी दरगाह का यह समस्या देखा गया जो कि मर कर लोग जिस जगह पर दफन होते हैं , कब्रिस्तान के कंपाउंड के अंदर उस जगह पर कमर भर पानी दिख रहा है यह बहुत ही अफसोस की बात है अगर किसी की मौत हो जाए तो उसे दफन करने के लिए सोचना पड़ेगा। आखिर दफन किया जाए तो कहां पर किया जाए चारों तरफ पानी ही पानी दिख रही है, सामाजिक कार्यकर्ता तसव्वर हसन बम्मी ने बताया कि हम लोगों के मोहल्ले में मखदूम जहां के यहां देश विदेश के अलावा अक़्सर मंत्रियों का आना जाना लगा रहता है और उस जगह पर गैरमजरूआ जमीन के ऊपर मकान बनने के बाद पानी की निकासी नहीं रहने से पूरी एरिया का मकान डूब चुका है।

साथ ही देश में जो आज तरह-तरह की बीमारियों का वायरस चल रहा है वह संभवतः बहुत जल्द इस मोहल्ले में भी दाखिल होगा परंतु कहा जाता है ना प्रशासन तभी जागती है जब वहां पर बड़े पैमाने त्रासदी आ जाए। अगर समय रहते सभी समस्याओं का समाधान विभागीय लोग कर ले तो फिर वह बाबू कैसे कहलाएंगे।