ख़बरे टीवी – वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी में कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रिल
वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी में कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रिल किया गया।
जहां एक कोरोना मरीज के आने पर उसे आईसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कराने से लेकर चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट पहनने से लेकर अन्य गंभीर विषयों बारे में जानकारी दी गई। नालन्दा जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित दो केस मिलने के बाद से विम्स अस्पताल सहित जिला प्रशासन ने पूरी तरह कमर कस ली है। बीमारी को लेकर किसी भी प्रकार की कोई ढील नहीं देने के मूड में नहीं दिख रहा है। इस मॉक ड्रिल विम्स के प्राचार्य डॉ पीके चौधरी एवं अधीक्षक डॉ ज्ञानभुसन के देखरेख में इस रिहर्सल का अभ्यास किया गया । विम्स अस्पताल मे 100 बेड का इसलोअशन वार्ड है। इस दौरान अस्पताल के मेडिसिन डिपार्टमेंट से लेकर आइसोलेशन वार्ड तक लगभग दो घंटे भाग-दौड़ मची रही ।
मरीज के रूप में एक व्यक्ति ओपीडी में आया। उसे डॉक्टर ने देखा और कोरोना के लक्षण मिलने पर तत्काल उसे सावधानी पूर्वक आइसोलेशन वार्ड में ले जाया गया। डॉक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट सभी पूरी तरह सुरक्षित होकर उसे संभाल रहे थे। साथ ही बताया कि थोड़ी सी भी लापरवाही बरतने पर चिकित्सक भी इसके जद में आ सकते हैं। इसलिए पहनने तथा उतारने के समय विशेष ध्यान रखने की जरुरत है। विम्स के प्राचार्य डॉ पीके चौधरी ने बताया कि पूरे विश्व सहित भारत करोना बीमारी से लड़ रही है इसी को देखते हुए बिहार स्वास्थ्य विभाग ने सभी संस्थानो को मॉकड्रिल करने के आदेश दिए थे, जिसके तहत आज विम्स मैं 40 40 लोगों का दो समूह बनाकर दो दिवसीय मॉक ड्रिल का रिहर्सल किया गया । इस रिहर्सल मैं किस तरह संक्रमित मरीज को वार्ड तक शिफ्ट करना है। अस्पताल में एक विशेष वार्ड बनाया गया है डॉक्टरों की टीम बनाई गई है उनकी एक किट है जिसे पहने हुए है जैसे ही कोई मरीज आता है तो उसका ब्लड सेम्पल लिया जाएगा। उसी का आज अभ्यास किया गया ।