October 19, 2024

ख़बरे टीवी – बाहर से आए प्रवासी मजदूरों की वजह से नालन्दा जिला के कोरोना मुक्त प्रखंडों में भी इस बीमारी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है

बाहर से आए प्रवासी मजदूरों की वजह से नालन्दा जिला के कोरोना मुक्त प्रखंडों में भी इस बीमारी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है.

 

( ख़बरे टीवी – 9523505786 ) – अब तक नालन्दा जिला का गिरियक प्रखंड कोरोना संक्रमण से अछूता था, लेकिन झारखंड राज्य से आये घोषरावा निवासी 25 वर्षिय युवक को कोरोना पॉजिटिव के बाद से प्रखंड के लोगों मे चिंताएं की लकीर साफ देखी जा रही है  ।
बताया गया कि मरीज झारखंड राज्य के रामगढ मैं मजदूरी का काम कार्य था एव लॉक डाउन के बाद रामगढ़ से  6 मई को जुगाड़ वाहन के जरिये राष्ट्रीय राज्य मार्ग 20 राँची पटना मार्ग के जरिए रजौली पहुँचा ।  जहां बॉर्डर पर वाहन चेकिंग के दौरान पूछताछ की गई गयी, उसके बाद गिरियक प्रसासन को सूचना दी गयी । मरीज रजौली से जुगाड़ वाहन के जरिये गिरियक स्थित नालन्दा नवादा बॉर्डर पहुँचा, जहाँ स्थानीय प्रसासन ने उसे क्वारंटीन सेंटर पहुँचा दिया। संदिग्ध व्यक्ति का करोना लक्षण होने के बाद विम्स अस्पताल मे जाँच किया गया, जहाँ सोमवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मरीज को अस्पताल में बने कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया ।

पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ही स्वास्थ्य विभाग एव प्रसासन मरीज की ट्रैवेल हिस्ट्री लेने मैं जुटा है । चिकित्सा पदाधिकारी गिरियक डॉ रामेंद्र कुमार द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार कुल 26 लोगों का सँपेल लिया गया था, जिसमें 25 संदिध की रिपोर्ट नेगेटिव है, जबकि एक का रिपोर्ट पॉजिटिव निकला।  इस तरह नालन्दा जिले में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है । लेकिन राहत की बात है, कि अभी तक 36 मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए हैं।  नालन्दा जिले मे प्रवासियों के आने के बाद से ही कोरोना वायरस के संक्रमित मामलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, एव लगातार कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. नए कोरोना पॉजिटिव मरीज प्रखंड स्तरीय घोड़ा कटोरा क्वारंटीन सेंटर में रह रहा था । फिलहाल गिरियक प्रखण्ड के घोड़ा कटोरा विद्यालय क्वारंटीन सेंटर में कुल 99 प्रवासी मजदूरों  है। मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से क्वारंटीन  सेंटर मैं रह रहे, अन्य प्रवासियों को 21 दिनों तक गहन निगरानी मे रखा जाएगा  ।


चिकित्सा पदाधिकारी गिरियक डॉ रामेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को पॉजिटिव केस आने के बाद क्वारंटीन सेंटर में रह रहे, अन्य संदिग्ध प्रवासियों पर बारीकी से नजर बनाए हुए है ।उन्होंने बताया कि सरकार के दिशानिर्देश अनुसार सिर्फ वैसे ही व्यक्तियों का संपेल जाएगा, जिनमें संक्रमण का सिंप्टोमेटिक लक्षण आ रहा है, वैसे संदिग्ध का करोना जांच किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बिना सिंप्टोमेटिक लक्षण के कोविड-19 की जांच कराने से वैसे मरीज का रिपोर्ट नेगेटिव आ जाता है। फिर 10 दिन बाद वहीँ  व्यक्ति पोसिटिव हो जाता है। इसलिए सरकार के गाइड लाइन के अनुसार इंतज़ार कर रहे है, सभी संदिग्ध को 21 दिनों के क्वारंटीन मैं रखना है, एवम लगातार इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है, कि संदिग्ध व्यक्तियों मैं क्या क्या लक्षण आ रहा है प्रतिदिन टेम्परेचर आदि की जांच की जा रही है ।उन्होंने बताया कि प्रखंड के सभी सेंटर में प्रतिदिन सेनेटाइज किया जा रहा है, लेकिन पॉजिटिव मरीज आने के बाद पावापुरी विम्स से सेंटिगेर मशीन से सेनेटाइज किया जा रहा है। ताकि किसी प्रकार का संक्रमण ना फैले ।

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