अयोध्या,बनारस,काशी और मथुरा की झलक देखने को मिल रही थी
अयोध्या, बनारस,काशी और मथुरा की झलक देखने को मिल रही थी ,जी हां ये शहर पूर्णिया है जहां की पावन धरती पर बनारस के तर्ज पर कोशी आरती किया गया | पूर्णिया में पिछले 3 वर्षों से देव दीपावली के अवसर पर श्री राम सेवा संघ के द्वारा भव्य आरती का आयोजन किया जा रहा है | संध्या सौरा नदी के तट पर हजारों श्रद्धालुओं के बीच जब बनारस के ग्यारह प्रकांड पंडितों द्वारा देव आरती किया गया तो पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया | ऐसा लग रहा था मानो सौरा के तट पर गंगा आरती का मनोरम दृश्य उतर आया हो |
मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सभी देवता पृथ्वी लोक पर पधारते हैं | उनके आने की खुशी व स्वागत में देवताओं की आरती एवं दीप प्रज्वलन कर खुशी मनाया जाता है | इसी कड़ी में पूर्णिमा के दिन प्रभु श्री राम का राज्याभिषेक हुआ था | इस मौके पर संघ के द्वारा 21000 दीप प्रज्वलित कर पूरी सौरा नदी घाट को सजाया गया |इस अवसर पर शहर व आसपास के करीब 5000 श्रद्धालु लोग उपस्थित थे, श्रद्धालुओं की श्रद्धा के लिए इस बार महाआरती के साथ – साथ संघ ने भक्ति जागरण का भी प्रबंध किया | बनारस के पुरोहितों के द्वारा कोसी की महाआरती की गई है |
आयोजन किया गया इस अवसर पर शहर व आसपास के करीब 5000 श्रद्धालु लोग उपस्थित थे
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