November 22, 2024

#bihar : मृदुराज फाउंडेशन करे पुकार, देशी दिये हि हों स्वीकार…. जानिए

 

 

 

 

 

मृदुराज फाउंडेशन ने जलाया एक दिया शहीदों के नाम साथ ही दीवाली के अवसर पर देशवासियों से मिट्टी के देशी दीये जलाने की अपील की…

 

 

 

 

 

 

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ख़बरें टी वी: पटना, मृदुराज फाउंडेशन करे पुकार, देशी दिये हि हों स्वीकार….
देशी दिये हि हैं स्वीकार , विदेशी लाइट का हो बहिष्कार…
देशी दिया जलाएंगे, विदेशी नही अपनाएंगे…
ईन नारों के साथ सामाजिक संगठन मृदुराज फाउंडेशन के सदस्यों ने दीवाली के अवसर पर मिट्टी के दीये जलाने की अपील की।
मृदुराज फाउंडेशन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जे.पी.गोलबंर से हांथों मे मिट्टी के दीये जलाकर जुलुस की शक्ल मे पैदल कारगिल चौक पर एक दिया शहीदों के नाम जलाया एवं लोगों से पर्यावरण को संरक्षित करने की अपील की। जुलुस का नेतृत्व संस्था के अध्यक्ष राजीव रंजन ने किया।

जुलुस कारगिल चौक पहुंच कर सभा मे तब्दील हो गई सभा को सम्बोधित करते हुए मृदुराज फाउंडेशन के अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि आज की भागती दौड़ती जिंदगी में लोग अपनी परंपरा को भूलते जा रहे हैं। आज देश में पर्यावरण संकट के करण कई तरह की बीमारियों की समस्याएं उत्पन्न हो रही है।
हमारे देश की परंपरा में एक दीपावली पर्व पर मिट्टी के दीये जलाना प्रमुख रहा जिसको आज लोग भूलते जा रहे हैं और उसकी जगह पर इलेक्ट्रानिक लाइटों का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन जो सुंदरता मिट्टी के दीये जलने पर दिखती है वो इलेक्ट्रानिक लाइटों के जलने से नहीं। लोग मिट्टी के दीये जलाएं, इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और परंपरा भी जीवंत रहेगी। दीपावली पर्व पर मिट्टी के दीये जलाना पूर्वजों के द्वारा बनाई गई परंपरा है। इसे हम सभी लोगों को बरकरार रखना चाहिए। हम भारतीय शहीदों के कर्जदार हैं। हमें सीमा पर संघर्ष करने वाले शहीदों की याद में एक दीया जलाना चाहिए। हम सब देशवासी अपने तीज त्योहार प्रसन्नता पूर्वक मनाते हैं , इसलिए कि हम सब अपने देश के अंदर सुरक्षित है और इसका श्रेय जांबाज सैनिकों को जाता है इसलिए हमारा भी फर्ज है कि दीपावली के मौके पर इन शहीदों को याद किया जाए। संस्था के अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि मिट्टी के दीये जलाना परंपरा के साथ हमारी संस्कृति है। भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए दीपों के त्योहार पर मिट्टी के दीये जलाएं। तभी पर्यावरण के साथ हम सब संरक्षित रह सकते हैं।पर्यावरण को बचाना है तो एक एक व्यक्ति को स्वदेशी अपनाकर अपने घरों में मिट्टी का एक एक दीपक जलाना होगा। लोगों को अपने अपने घरों में स्वदेशी सामान का प्रयोग करें। मिट्टी का दीया जला घरों को रोशन करें तभी पर्यावरण संरक्षित होगा।
इस अवसर पर संस्था के मुख्यालय प्रभारी मो0 शकील, समाजसेवी विशाल वर्मा, विजय श्रीवास्तव, आकाश तिवारी, मो0 इरफ़ान आलम, नीतीश गुप्ता, मो0 हसन इमाम , राजीव पटेल, मोहम्मद इजहार, सुधांशु रंजन, पुरूषोत्तम कुमार मिश्रा, गजेंद्र कुमार गिरी, अपूर्व श्रीवास्तव,सुनीता कुमारी, रीना देवी, आभा उपाध्याय, कृष्णा वर्मा, दीपक कुमार समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।