#nawada : शहीद चंदन का पार्थिव शरीर आज पहुंचेगा पैतृक गांव नारोमुरार….जानिए
शहीद चंदन का पार्थिव शरीर आज पहुंचेगा पैतृक गांव नारोमुरार…
ख़बरें टी वी : 9334598481 : वारिसलीगंज (नवादा) :-वारिसलीगंज प्रखण्ड के कुटरी पंचायत की नारोमुरार के लाल बलिदानी चंदन का पार्थिव शरीर राजौरी से जम्मू कश्मीर पहुंच गया है। जो सोमवार को नारोमुरार पहुंचने की संभावना है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बलिदानी के बड़े भाई पीयूष कुमार ने बताया कि बलिदानी का पार्थिव शरीर रविवार को राजौरी से जम्मू लाया गया है। जहां से सोमवार की सुबह सेना के विशेष विमान से पार्थिव शरीर को गया हवाई अड्डा पहुंचेंगा। जहां से सड़क मार्ग से बलिदानी के पार्थिव शरीर को नवादा सद्भावना चौक होते हुए वारिसलीगंज प्रखण्ड के नारोमुरार पहुंचेगी।बताया गया कि बलिदानी के पार्थिव शरीर के साथ शहीद के एक रिश्तेदार साथ में शामिल रहेंगे। इस सूचना से क्षेत्र के लोगो एवं बलिदानी के पैतृक गांव के नागरिक को श्रद्धासुमन अर्पित करने का मौका मिलने की संभावना प्रबल हो गई है। बता दे की नारोमुरार निवासी गरीब किसान मौलेश्वर सिंह का द्वितीय सुपुत्र आर्मी जवान 24 वर्षीय चंदन कुमार गुरुवार की दोपहर बाद पुंछ सेक्टर के आतंकी हमले में अपने पांच साथियों के साथ वीरगति को प्राप्त हो गए थे। घटना के तीन दिन बाद भी बलिदानी का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंचा है। जिस कारण पीड़ित परिवार के साथ ही क्षेत्रवासियों में आक्रोश के कारण शनिवार की शाम खरांठ मोड़ के पास सड़क जाम कर धरना दिया था।
धरनार्थियों की क्या थी मांग…
परिजनों की मांग व आक्रोशित क्षेत्रवासियों द्वारा लगातार पार्थिव शरीर घर लाने का मांग किया जा रहा था। जबकि वारिसलीगंज बाजार के बायपास स्थित चांदनी चौक का नाम बदल कर बलिदानी चंदन चौक कर चंदन की आदमकद मूर्ति लगाने तथा परिवार की गरीबी देखते हुए भाई को सरकारी नौकरी देने की मांग शामिल था। जिसे जिले के वरीय अधिकारियों द्वारा सरकार तक उनकी मांगों को पहुंचाने के आश्वासन बाद रात 10:30 बजे जाम हटाया गया। इस दौरान दूर-दराज के यात्रियों को ठंड भरी रात में काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
बेहाल है बलिदानी की पत्नी…
घटना की सूचना बाद से लगातार अन्न जल त्याग कर रो रही पत्नी सहित मां, पिता, भाई, बहन परिजन सहित गांववासी बस एक ही गुहार सरकार से लगा रहे थे। मेरे लाल का पार्थिव शरीर गांव लाया जाए। परिजनों तथा क्षेत्रवासियों की गुहार सुनी गई और सेना के निर्णय अनुसार शहीद चंदन का पार्थिव शरीर सोमवार की दोपहर तक गांव पहुंच जाने की संभावना है।
नवादा से गांव तक निकाली जाएगी तिरंगा यात्रा….
आतंकी हमले में शहीद नवादा के लाल नारोमुरार निवासी चंदन का पार्थिव शरीर सोमवार को जम्मू कश्मीर से चलने के बाद गया लाया जाएगा। जहां सड़क मार्ग से नवादा पहुंचेगी। मुखिया सह गांव निवासी अभिनव आनंद ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर नवादा पहुंचने के बाद नवादा से वारिसलीगंज से नारोमुरार गांव तक क्षेत्र वासियों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाल कर लाई जाएगी। वही रविवार को दानापुर कैंट के आर्मी कर्नल विनय कुमार पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दी। इस दौरान सेना अधिकारी ने बताया कि मैं सेना अधिकारी के नाते नहीं एक परिवार होने के कारण पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा हूं। मिली जानकारी के अनुसार सेना अधिकारी की प्राथमिक पढ़ाई वारिसलीगंज स्थित बीके साहू में हुई थी।
चार दिनों से नहीं जला गांव में किसी का घर में चूल्हा
गुरुवार को घटना की जानकारी बात से ही पूरे गांव में शोक व्याप्त है। जिस कारण गांव के किसी भी घर में तीन दिनों से चूल्हा नहीं जल रहा है। लोग किसी प्रकार बिस्कुट फल व अन्य सामान खाकर रह रहे हैं। शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार तक गांव नहीं पहुंचने के कारण परिजन व गांववासी खासे नाराज थे। जिस कारण शनिवार को ही आक्रोशित लोगों द्वारा (खराठ मोड़) पटना-रांची पथ को लगभग पांच घंटे से अधिक समय तक जाम कर शहीद चंदन का पार्थिव शरीर घर लाने की गुहार लगाई थी।
नारोमुरार पैतृक गांव में ठाकुरबाड़ी के समीप दी जाएगी सलामी…
बलिदानी चंदन के स्वजनों की इच्छानुसार सोमवार को ससम्मान सेना के विशेष विमान से पार्थिव शरीर पहले गया हवाई अड्डा पर पहुंचेगा। जहां से सड़क मार्ग होते हुए नवादा के सद्भावना चौक होकर वारिसलीगंज के बायपास स्थित चांदनी चौक लाया जाएगा। यहां उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद पार्थिव शरीर तिरंगा यात्रा की शक्ल में नारोमुरार गांव पहुंचेगा। गांव स्थित ठाकुरबाड़ी के समीप ग्रामीण एवं क्षेत्रवासियों तथा प्रशासनिक व सेना के अधिकारियों द्वारा वीर सपूत को श्रद्धांजलि देंगे, वहीं सैन्य अधिकारियों एवं जिला प्रशासन द्वारा अंतिम सलामी देने का कार्यक्रम होगा। यहां से उनकी अंतिम यात्रा नारोमुरार गांव से पूरब स्थित श्मशान घाट पहुंचेगी।जहां उन्हें अंतिम विदाई देकर अग्नि दिया जाएगा।
रिपोर्ट : अभय कुमार रंजन