#nalanda: इडेन गार्डेन स्कूल तथा बचपन प्ले स्कूल के दीपों से सुसज्जित सभागार मे लक्ष्मी – गणेश पूजनोत्सव… जानिए
इडेन गार्डेन स्कूल तथा बचपन प्ले स्कूल के दीपों से सुसज्जित सभागार मे लक्ष्मी – गणेश पूजनोत्सव ….
ख़बरें टी वी : पिछले 14 वर्षो से ख़बर में सर्वश्रेष्ठ.. ख़बरें टी वी ” आप सब की आवाज ” …आप या आपके आसपास की खबरों के लिए हमारे इस नंबर पर खबर को व्हाट्सएप पर शेयर करें… ई. शिव कुमार, “ई. राज” -9334598481.
.. हमारी मुहिम .. नशा मुक्त हर घर .. बच्चे और नवयुवक ड्रग्स छोड़ें .. जीवन बचाएं, जीवन अनमोल है .. नशा करने वाले संगति से बचे ..
… हमारे प्लेटफार्म पर गूगल द्वारा प्रसारित विज्ञापन का हमारे चैनल के द्वारा कोई निजी परामर्श नहीं है, वह स्वतः प्रसारित होता है …
“असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय “
दिनांक ३० अक्टूबर,२४ को बिहार शरीफ के एतवारी मोहल्ला स्थित इडेन गार्डेन स्कूल तथा बचपन प्ले स्कूल के दीपों से सुसज्जित सभागार मे लक्ष्मी – गणेश पूजनोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया।
धन की देवी मां लक्ष्मी के रूप में तृषा राज तथा विघ्न विनाशक के रूप में अहान राज ने अपने मनमोहक स्वरूप से उपस्थित अभिभावकों, दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर लिया। छात्र – छात्राओं ने रंगोली बनाई तथा दीपों से सजाकर मां का स्वागत किया। समुद्र मंथन में मां लक्ष्मी का अवतरण हुआ था।
यश और वैभव की कामना के लिए विघ्न विनाशक गणेश और लक्ष्मी की आराधना की जाती है जो पूरे वर्ष सभी के जीवन में अन्धकार, बुराइयां मिटाकर जीवन को प्रकाशित, ऊर्जान्वित करते हुए आनंदित व मंगलमय करती है।
छात्रों के मध्य ‘दिया ‘ तथा ‘रंगोली ‘ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया एक से बढ़कर एक दिया और रंगोली बच्चों ने सजाई।
बच्चे उत्साहित और तरंगित दिखे।
“क्योंकि बचपन सिर्फ एक बार आता है “
प्रत्येक पर्व में इस प्रकार के आयोजनों के द्वारा छात्रों की छिपी प्रतिभा को उभारने के लिए विद्यालय की शिक्षिकाएं सदैव तत्पर व समर्पित रहती है। भारतीय पर्वों को प्रत्यक्ष रूप से मनाने से बच्चे उस छवि को आत्मसात कर लेते हैं जो अमिट और जीवनपर्यंत प्रभावी रहती है।
बचपन की सभी शिक्षिकाओं ने आपसी सहयोग से कार्यक्रम को यादगार बनाने और अभिभावकों के सात्विक सहयोग की भूरि – भूरि प्रशंसा करते हुए विद्यालय के निदेशक श्री भरत कश्यप ने सभी को दीपावली व छठ की शुभकामनाएं देते हुए धन्यवाद दिया।
“या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।”