November 24, 2024

खबरें टी वी : नालंदा विश्वविद्यालय में ‘सेंटर फॉर बे ऑफ बंगाल स्टडीज’ अध्ययन केंद्र का शुभारंभ, उद्घाटन समारोह में श्री सौरभ कुमार, विदेश मंत्रालय सचिव द्वारा एनयू के प्रयासों की सराहना…. जानिए पूरी ख़बर

 

नालंदा विश्वविद्यालय में ‘सेंटर फॉर बे ऑफ बंगाल स्टडीज’ अध्ययन केंद्र का शुभारंभ, उद्घाटन समारोह में श्री सौरभ कुमार, विदेश मंत्रालय सचिव (पूर्व) द्वारा एनयू के प्रयासों की सराहना….

 

 

 

ख़बरें टी वी : 9334598481 : ई आदित्य कुमार की रिपोर्ट : दिनांक 29-09-2022 को नालंदा विश्वविद्यालय में ‘सेंटेर फॉर बे ऑफ बंगाल स्टडीज’ अध्ययन केंद्र का उद्घाटन श्री सौरभ कुमार, सचिव (पूर्व), विदेश मंत्रालय द्वारा सम्पन्न हुआ। अपने उद्घाटन भाषण में बंगाल की खाड़ी से जुड़े देशों पर अध्ययन के महत्व का उल्लेख करते हुए, श्री सौरभ कुमार ने कहा कि “आज के समय में अंतर्राष्ट्रीय पटल पर बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र में हुए ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों का अध्ययन प्रासंगिक है। यह केंद्र अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में विद्वतापूर्ण अध्ययन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। ” श्री सौरभ कुमार ने बंगाल की खाड़ी के देशों के साथ भारत के प्राचीन संबंध एवं समुद्री इतिहास के अध्ययन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस अध्ययन केंद्र का विकास भारतीय समुद्री क्षेत्र से संबंधित महत्त्वपूर्ण निर्णयों नीति-निर्माताओं के लिए मददगार साबित होगा।

 

 

उन्होंने एशियाई शैक्षणिक सहयोग का नेतृत्व करने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय में पर्यावरण की संवेदनशीलता को ध्यान में रख कर निर्मित की गई उत्कृष्ट सुविधाओं पर संतोष जताया। उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के विकास हेतु विदेश मंत्रालय की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया और कुलपति प्रो सुनैना सिंह के नेतृत्व में हो रहे निर्माणों एवं बहुआयामी प्रयासों की सराहना की।

अपने संबोधन में कुलपति प्रो सुनैना सिंह ने कहा कि “बंगाल क्षेत्र की खाड़ी के सभ्यतागत पहलुओं ध्यान में रखते हुए यह केंद्र शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं के बीच एक सेतु की भूमिका निभाएगा। यहाँ के शोधकर्ता वैश्विक समस्याओं के निदान के लिए के लिए अकादमिक अध्ययन में संलग्न होंगे।” उन्होंने इतिहास के विस्तृत कालखंड में नालंदा की महत्त्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया।
विश्वविद्यालय परिसर में भ्रमण के दौरान श्री सौरभ कुमार ने विभिन्न संकाय के सदस्यों के साथ बातचीत की। भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों द्वारा उनके सम्मान में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया था। परिसर में भ्रमण के दौरान उन्हें विश्वविद्यालय को नेट-जीरो परिसर बनाने के प्रयास के बारे में बताया गया।

 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अवधारणा को साकार रूप देते हुए नालंदा विश्वविद्यालय में इस अध्ययन केंद्र को बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के विविध विषयों पर अनुसंधान, शिक्षण और नीति विकसित करने के लिए एक अनुसंधान केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इस अध्ययन केंद्र औपचारिक रूप से स्थापित करने में प्रो. सुनैना सिंह, कुलपति, नालंदा विश्वविद्यालय की भूमिका अहम है। ‘सेंटेर फॉर बे ऑफ बंगाल स्टडीज’ अध्ययन केंद्र की स्थापना की पहल का उद्देश्य बंगाल की खाड़ी क्षेत्र से संबंधित एक अनुभवजन्य शिक्षण कार्यक्रम का निर्माण करना और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उभरती चुनौतियों का अध्ययन करना है।

सदियों से नालंदा एशियाई ज्ञान का प्रतीक रहा है। विश्वविद्यालय अपने नए अवतार में एक बार फिर अपने गौरवशाली इतिहास की पुनरावृत्ति के लिए तैयार हो रहा है। विगत वर्षों में कुलपति के नेतृत्व कई महत्त्वपूर्ण पहल किए गए हैं जिनसे विश्वविद्यालय की आधारशिला सुदृढ़ हुई है।

 

Other Important News