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#bihar: होली क्रॉस स्कूल, दरभंगा में 30वां वार्षिक उत्सव का भव्य आयोजन… जानिए

 

 

 

 

 

होली क्रॉस स्कूल, दरभंगा में 30वां वार्षिक उत्सव का भव्य आयोजन…

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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दरभंगा 19 दिसंबर मुख्य अतिथि, जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुमन कुमार दिवाकर ने छात्रों और अभिभावकों को प्रेरणादायक संदेश देते हुए कहा कि आज के दौर में छात्रों को केवल स्मार्ट नहीं, बल्कि ‘कटिंग एज स्मार्ट’ व्यक्तित्व विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने तीन ‘डी’ 1. डिसिजन (निर्णय), 2. डिटरमिनेशन (दृढ़ निश्चय) और 3. डायरेक्शन (दिशा) को सफलता की कुंजी बताते हुए कहा कि इन मूल मंत्रों पर अमल कर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। न्यायाधीश श्री दिवाकर ने यह भी कहा कि तकनीकी युग में सोशल मीडिया के कारण छात्राओ और अभिभावकों के बीच अनजाने में संवादहीनता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जो छात्रों के निर्णय लेने और उनकी सफलता में बाधक बनती है। उन्होंने इस दूरी को पाटने और संचार क्रांति का सकारात्मक उपयोग करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि छात्राओं की प्रतिभा और आत्मविश्वास यह सिद्ध करता है कि उन्हें अपने लक्ष्य तक पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता। साथ ही, उन्होंने स्कूल के फाउंडिंग फादर के दूरदर्शी दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए कहा कि लगभग 50 साल पहले बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया उनका कदम आज के समाज के लिए प्रेरणा है। होली क्रॉस स्कूल, दरभंगा में दो दिवसीय 30वें वार्षिक उत्सव का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुमन कुमार दिवाकर ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में न्यायाधीश रविशंकर कुमार और विशिष्ट न्यायाधीश प्रोतिमा परिहार ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और ईश्वर की आराधना से हुई। छात्राओं ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत टीका और आरती के माध्यम से किया।
छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने नृत्य और गीत के जरिए समाज की कुरीतियों पर प्रहार करते हुए नई चेतना का संदेश दिया। विविधता में एकता को प्रदर्शित करते हुए विभिन्न संस्कृतियों के साथ-साथ मिथिला की पारंपरिक झिझिया और जर जटिन जैसे नृत्य प्रस्तुत किए। इस वर्ष वार्षिक उत्सव का मुख्य संदेश “विश्व शांति” था, जिसे नृत्य-नाटिका “शांति एक युद्ध” के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।
प्रधानाचार्या ने प्रस्तुत किया विद्यालय प्रतिवेदन
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या सिस्टर जैंसी मैथ्यू ने स्कूल प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।प्राचार्या जैंसी मैथ्यू ने कहा कि विद्यालय प्रबधन छात्राओं के सर्वांगिण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। विद्यालय की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कही कि 10वीं और 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा है। कमजोर और जरूरतमंद बच्चों को 9 लाख रुपये का आर्थिक अनुदान, और नई शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रम में सुधार शामिल हैं।
कार्यक्रम के संचालन में स्कूल प्रबंधिका सिस्टर नीली कुजूर, शिक्षा समन्वयक सिस्टर एलसीट और उप-प्रधानाचार्या सिस्टर सूरीना केरकेट्टा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयोजन को सफल बनाने में शिक्षकों, स्टाफ और छात्राओं ने भी अहम योगदान दिया।
कार्यक्रम के सफल समापन पर सभी अतिथियों, अभिभावकों और विद्यालय परिवार को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।