October 18, 2024

ख़बरे टी वी – नालंदा विश्वविद्यालय आईसीसीआर के अध्यक्ष के स्वागत के लिए तैयार……. जानिए पूरी खबर

 

नालंदा विश्वविद्यालय आईसीसीआर के अध्यक्ष के स्वागत के लिए तैयार

 

 

ख़बरे टी बी – 9334598481 – आदित्य की रिपोर्ट – माननीय कुलपति के निमंत्रण पर आमंत्रित ‘भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद’ (आईसीसीआर) के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे का नालंदा विश्वविद्यालय में आगमन इस रविवार (27 मार्च, 2022) को सुनिश्चित है। राज्यसभा के सांसद डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने जुलाई 2016 से महाराष्ट्र राज्य का प्रतिनिधित्व किया है। जुलाई 2020 में डॉ सहस्रबुद्धे को मानव संसाधन विकास के लिए संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
नालंदा आईसीसीआर अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। विश्वविद्यालय ने अपने मिनी ऑडिटोरियम में डॉ. विनय सहस्रबुद्धे के साथ शिक्षकों और छात्रों के संवाद की व्यवस्था की है। डॉ. विनय सहस्रबुद्धे के लिए एक विश्वविद्यालय-भ्रमण की योजना भी बनाई गई है जिसके दौरान उन्हें नालंदा के स्थायी नेट-जीरो कैंपस बनाने के प्रयास के बारे में बताया जाएगा।
डॉ विनय सहस्रबुद्धे के आगमन पर कुलपति, प्रो सुनैना सिंह, जो आईसीसीआर के पूर्व उपाध्यक्ष रह चुकी हैं, ने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय शिक्षा और संस्कृति के सशक्त प्रतीक-स्तम्भ के रूप में उभर रहा है। आईसीसीआर का सहयोग नालंदा विश्वविद्यालय को सांस्कृतिक एवं विद्वत परंपरा के माध्यम से विभिन्न देशों के साथ भारत की अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक साझेदारी और पारस्परिक संबंध को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
आईसीसीआर, भारत और अन्य देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों और आपसी सहयोग के लिए कार्यरत है। वर्तमान में नालंदा विश्वविद्यालय में 31 देशों के छात्र नामांकित हैं। अपने अनुभवों को साझा करते हुए एक वियतनामी छात्र, जिसने हाल ही में आईसीसीआर के सहयोग से विश्वविद्यालय में अपने अध्ययन को पूरा किया है, ने लिखा है, “मैं छात्रवृत्ति के लिए आईसीसीआर का बहुत आभारी हूं। इस छात्रवृत्ति ने मुझे नालंदा में अपना समय भारतीय-दर्शन की गहराई को समग्रता के साथ समझने और बौद्ध धर्म के साथ-साथ अन्य भारतीय परंपराओं के अध्ययन हेतु समर्पित करने में मदद की।”
प्राचीन भारतीय/एशियाई ज्ञान-परंपरा से प्रेरणा ले कर नालंदा एक अभिनव दृष्टिकोण के साथ वर्तमान युवा पीढ़ी का समेकित विकास कर उन्हें भविष्य के ज्ञान परंपरा के नेतृत्व की ओर प्रेरित करने में प्रयासरत है। माननीय कुलपति प्रो. सुनैना सिंह के नेतृत्व में कई नवोन्मेषी शैक्षणिक संकल्पना साकार हो रही हैं जो ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए अवतार की आधारशिला को सुदृढ़ कर रही हैं। यह विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे बड़े नेट जीरो परिसरों में से एक के रूप में उभर रहा है।

Other Important News