#nalanda: डीपीएम ने पीएचसी शिफ्ट को लेकर डाक-बंगला परिसर का किया निरीक्षण…. जानिए
डीपीएम ने पीएचसी शिफ्ट को लेकर डाक-बंगला परिसर का किया निरीक्षण
डाक-बंगला परिसर में पीएचसी होंगे शिफ्ट डीएम को भेजे गए लेटर : चिकित्सा पदाधिकारी
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खबरें टी वी: हरनौत (नालंदा): स्थानीय बाजार में स्थित पीएचसी को तोड़ा जाएगा । क्योंकि इसे सीएचसी में तब्दील करने के लिए वर्क आर्डर मिल चुका है। इसके लिए शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम ने डाक-बंगला परिसर का निरीक्षण किया।
ज्ञात हो कि इस अस्पताल को हाईटेक करने की मांग वर्षों से होती आ रही है। इसके लिए डीएम से लेकर सीएम तक लोग कई बार गुहार लगा चुके हैं।इस सीएचसी के लिए जमीन चिह्नित कर पहले ही मापी हो चुकी है। विधिवत शिलान्यास भी हो चुका है। उत्तर से दक्षिण में 200 फीट लंबी जबकि पूरब से पश्चिम में 150 फीट चौड़ी जमीन पर नया तीन तल्ला अस्पताल भवन बनायी जाएगी।यह 7 करोड 69 लाख रुपए से तीन तल्ला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाएगा।इसे भवन को 15 माह में पूरा करने का लक्ष्य है। यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) 15 महीने में बनेगा।इस बीच में लोगों को तकलीफ ना हो इसके लिए पीएचसी अस्पताल को अस्थाई शिफ्ट करने की कवायद शुरू हो गया।इस शिफ्ट को लेकर जदयू के प्रखंड अध्यक्ष रविकांत कुमार ने स्थानीय बाजार के डाक-बंगला परिसर में डीएम शशांक शुभंकर से कहा था।ताकि लोगों को परेशानियां ना झेलना पड़े।जिसको लेकर जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम श्याम कुमार निर्मल ने डाक बंगला परिसर का किया निरीक्षण। वही इस संबंध में पीएसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि सीएचसी के लिए बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कार्पोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) ने वर्कआर्डर जारी कर दिया है। डाक बंगला परिसर में अस्थाई शिफ्ट के लिए लेटर डीएम को भेजा गया है। 15 से 20 दिन में शिफ्ट होने की संभावना है। वहीं स्वास्थ्य प्रबंधक कृष्ण कुमार मुरारी ने कहा कि इस नए तीन तल्ला भवन में एक ही छत के नीचे रोगियों को सभी तरह की चिकित्सीय सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या भी बढ़ेगी। कई दक्ष डॉक्टर यहां बैठेंगे। इससे रोगियों के इलाज में गुणात्मक सुधार होगा। इनडोर में बेड की संख्या 30 होगी।अस्पताल परिसर के अंदर ही भवन के चारों तरफ ड्रेनेज, सीवेज, पाथ-वे, रैंप व अन्य व्यवस्था रहेगी। भवन बनने के बाद रोगियों के इलाज के लिए ओपीडी समेत अन्य फैसिलिटी मिलेगी।मौके पर मुख्य पार्षद प्रतिनिधि धीरज कुमार उर्फ पल्लू सिंह समेत अन्य मौजूद थे।
रिपोर्ट हरिओम कुमार