December 4, 2024

ख़बर्रे टी वी – भारत के 22 भाषाओं के ज्ञाता आज हमारे बीच नहीं रहे, गांधी विचारक डॉ एस एन सुबाराव का हो गया निधन….

 

भारत के 22 भाषाओं के ज्ञाता आज हमारे बीच नहीं रहे, गांधी विचारक डॉ एस एन सुबाराव का हो गया निधन।

 

Khabre Tv – 9334598481 – ब्यूरो रिपोर्ट – राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक  एबम आज के गांधी कहे जाने वाले देश और दुनिया के प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉ एसएन सुबाराव जी का आज सुबह जयपुर के एस एम एस हॉस्पिटल में निधन हो गया।

उनके निधन की खबर सुनते ही नालंदा जिले के साथ संपूर्ण देश और दुनिया में शोक की लहर है । उनके निधन पर सद्भावना मंच (भारत) के द्वारा बिहार शरीफ के नालंदा महिला कॉलेज प्रांगण में 2 मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गई । श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सद्भावना मंच (भारत) के संस्थापक दीपक कुमार ने कहा कि देश और दुनिया के प्रख्यात गांधीवादी डॉक्टर एसएन सुबाराव जी का निधन हम सभी के लिए काफी दु:खद है। हम सभी के लिये अपूरणीय क्षति है । 

आपको बता दें कि सुब्बाराव जी संविधान में मान्यता प्राप्त सभी 22 भाषाओं के जानकार थे। और भारत की संतान नामक अद्भुत कार्यक्रम की प्रस्तुति करते थे।सुब्बाराव जी से देश और दुनिया में लाखों नौजवान उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्रीय एकता और अखंडता का कार्य कर रहे हैं ।आजीवन शांति सद्भावना का संदेश देने वाले सुबाराव जी का संपूर्ण जीवन काफी सादगी पूर्ण रहा है। 1972 में चंबल के दुर्दांत डाकुओं को आत्मसमर्पण कराने में सुब्बाराव जी की महती भूमिका है ।


उनसे 2 दिन पहले ही जयपुर जाकर एस एम एस हॉस्पिटल में सद्भावना मंच के संस्थापक दीपक कुमार ने मुलाकात की थी। मुलाकात के क्रम में सुबाराव जी ने शांति सद्भावना के लिए कार्य करने का संदेश दिया। दीपक कुमार ने कहा कि उनके मिलने के 2 दिन बाद ही उनके निधन की खबर सुनते ही मैं स्तब्ध रह गया श्रद्धांजलि कार्यक्रम मे मौके पर जिले के ब्रांड एंबेसडर डॉ. आशुतोष कुमार मानव ने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ सुब्बाराव शांति ,सद्भावना के महान दूत थे । हम सभी के लिए वह प्रेरणा स्रोत रहे हैं ।

वही नालंदा महिला के पूर्व प्राचार्य डॉ. प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि डॉ सुब्बाराव जी बिहार शरीफ के नालंदा महिला कॉलेज में आए थे और उनका कार्यक्रम काफी सराहनीय रहा। सुबाराव जी के द्वारा की गई सर्वधर्म प्रार्थना हम सभी को शांति और सद्भावना के लिए प्रेरित करता है ।उनका अचानक चले जाना हम सभी के लिए दुखद है।

कॉलेज की प्राचार्या डॉ. मुसर्रत जहां ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सेव द चिल्ड्रन के जिला समन्वयक रवि कुमार जी ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में डॉक्टर नागमणि कुमार, डॉक्टर कनिका मंडल , डॉक्टर रामधनी पाल , कुमुद रंजन सहित महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थित थी।

 


मौके पर सभी ने देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने का संकल्प लिया।