ख़बरे टीवी – जिला पदाधिकारी ने नेपुरा में बुनकर प्रशिक्षण केंद्र का किया निरीक्षण, बुनकरों के साथ की बैठक
जिला पदाधिकारी ने नेपुरा में बुनकर प्रशिक्षण केंद्र का किया निरीक्षण, बुनकरों के साथ की बैठक
जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने आज सिलाव प्रखंड स्थित नेपुरा में उद्योग विभाग द्वारा संचालित बुनकर प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया।
वर्तमान में इस केंद्र में किसी कर्मी के पदस्थापित नहीं रहने के कारण यह संचालित नहीं हो रहा है, जिससे उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
उन्होंने इस केंद्र को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से स्थानीय बुनकरों के साथ बैठक की। बैठक में ज्ञात हुआ कि वर्षों पूर्व से गठित स्थानीय बुनकरों की समिति अच्छे ढंग से कार्य नहीं कर पा रही है। उन्होंने महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को नियमानुसार स्थानीय समिति का पुनर्गठन कराने का निर्देश दिया। समिति में कार्य करने में सक्षम लोगों को ही शामिल करने को कहा गया ताकि समिति विधिवत संचालित हो तथा अपने उद्देश्य की पूर्ति कर सके।
बुनकर प्रशिक्षण केंद्र परिसर में पावर लूम लगाने के लिए भी विभागीय स्तर से कार्रवाई की जाएगी।
जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस केंद्र का संचालन स्थानीय बुनकरों द्वारा ही किया जाय। इसके लिए गठित समिति को अच्छे ढंग से कार्य करना होगा। बुनकरों को आवश्यकतानुसार उपयुक्त स्थलों का भ्रमण भी प्रशिक्षण के उद्देश्य से कराया जाएगा।
इस केंद्र को पुनर्जीवित करने के लिए उद्योग विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सहकारिता एवं खादी ग्रामोद्योग से भी आवश्यक सहयोग लिया जा सकेगा।
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने नेपुरा में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यूएनडीपी के माध्यम से वर्षों पूर्व निर्मित भवन का भी निरीक्षण किया। वर्तमान में यह भवन अनुपयोगी पड़ा हुआ है। वर्ष 2017 में इस भवन को उद्योग विभाग को हस्तगत कराया गया है। महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र ने बताया कि इस भवन के जीर्णोद्धार के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति प्राप्त होने के उपरांत इसका जीर्णोद्धार कराया जाएगा तथा बुनकरों के प्रशिक्षण एवं अन्य गतिविधियों के लिए इसका उपयोग किया जा सकेगा।
निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने कोकून से धागा तैयार करने तथा तैयार धागे से बुनाई के कार्य का भी बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने बावन बूटी साड़ी बनाने के कार्य का भी बारीकी से अवलोकन किया तथा बुनकरों से बड़े ही आत्मीयता से बात भी की। उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। ज्ञात हुआ कि बाहर के व्यापारी एवं डिजाइनर द्वारा बुनकरों को कोकून उपलब्ध कराया जाता है तथा बावन बूटी साड़ी के लिए डिजाइन भी उपलब्ध कराया जाता है। उनके निर्देश के अनुसार निर्धारित संख्या एवं डिजाइन के अनुरूप साड़ी तैयार की जाती है।
इस कार्य में बुनकरों को महज पारिश्रमिक का भुगतान व्यापारी /डिजाइनर द्वारा किया जाता है।
जिला पदाधिकारी ने डिजाइन से संबंधित प्रशिक्षण के लिए इच्छुक बुनकरों के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को दिया। डिजाइन में प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत बुनकरों की डिजाइनरों पर निर्भरता समाप्त हो सकेगी तथा उनके व्यवसाय तथा आय में भी वृद्धि होगी। इसके लिए मार्केटिंग की भी उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र तथा स्थानीय बुनकर प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।