ख़बरे टीवी – कोरोना को लेकर बिहार सरकार द्वारा घोषित लॉक डाउन के पहले दिन ही इस आदेश की गिरियक झेत्र मैं मिला जुला असर देखने को मिला
कोरोना को लेकर बिहार सरकार द्वारा घोषित लॉक डाउन के पहले दिन ही इस आदेश की गिरियक झेत्र मैं मिला जुला असर देखने को मिला ।
वही लॉकडाउन के बाद खुलेआम ना केवल ऑटो , मैजिक , ई-रिक्शा का परिचालन किया जा रहा था बल्कि उसमें भेड़-बकरियों की तरह यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर ले जाया जा रहा था. गिरियक बाजार हो या पावापुरी मोड़ लोग अफरा-तफरी के बीच किसी भी यात्री वाहन पर सवार होकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करने की कोशिश करते दिखे. वहीं दूसरी ओर मांस, मछली, मुर्गे चाय दुकान, सलून दुकान दुकाने खुली रही। प्रशासन लगातार बंद कराने में मुहिम जुटी हुई है और लगातार बंद करने की अपील भी करती दिखी लेकिन पुलिस के जाते ही दुकानदार और वाहन चालकों के द्वारा आदेश की अवहेलना की जा रही है ।
गिरियक वीडियो धर्मवीर कुमार सड़क पर माइकिंग कर लोगों को दुकानें बंद कर घरों में रहने की सलाह देते देखे गए। सड़कों पर दौड़ रही दुपहिया और चार पहिया वाहनों के चालकों को यथाशीघ्र सड़क से हट जाने की बात भी कही गई है। बावजूद इसके लोग इस महामारी को मानो मजाक समझ लिए हैं । वहीँ कुछ जागरूक लोग प्रसासन की बात मान अपने अपने दुकानों को बंद भी किया । वहीं कुछ ग्रामीण सेवा वाले तो पैसे कमाने के लिए अपना रूट बदलकर चला रहे हैं।
मुख्य रूटों पर उन्हें पुलिस का डर रहता है लेकिन गांवो के अंदर के रास्तों पर इस तरह का कोई डर नहीं एव समाज में कोरोना वायरस को दावत भी दे रहे हैं. जिससे कई लोगों को बीमार होने की आशंका बढ़ गयी है. बंद के वावजूद चौक चौराहे पर समूह में लोग देखे गए। इससे इस महामारी के और अधिक फैलने का खतरा है। लोगों के अंदर या तो जागरूकता की कमी है या फिर वे जानबूझकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं ।