ख़बरें टी वी : नालंदा विश्वविद्यालय के अत्याधुनिक सेंट्रल डाइनिंग हॉल का उद्घाटन कुलपति प्रो सुनैना सिंह के द्वारा…. जानिए पूरी ख़बर
नालंदा विश्वविद्यालय के अत्याधुनिक सेंट्रल डाइनिंग हॉल का उद्घाटन,
अपने नए अवतार में नालंदा के पुनर्निर्माण की दिशा में एक और मील का पत्थर हासिल किया..
खबरें टी वी : 9334598481 : ब्यूरो रिपोर्ट : नालंदा विश्वविद्यालय के अकादमिक परिषद के सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति में कुलपति प्रो सुनैना सिंह ने
कल नवनिर्मित सेंट्रल डाइनिंग हॉल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर वाइस चांसलर ने कहा “प्राचीन नालंदा
की तरह नया नालंदा भी विभिन्न संस्कृतियों का संगम है और अनेक देशों के छात्रों को आकर्षित कर रहा है।
इसलिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यहाँ भोजन और आवास की सुविधाओं को
डिजाइन किया गया है। नालंदा के नए अवतार के पुनर्निर्माण की दिशा में यह अत्याधुनिक सुसज्जित सौंदर्य पूर्ण
डाइनिंग हॉल का यह एक और मील का पत्थर है।”
नालंदा विश्वविद्यालय स्थित यह सेंट्रल डाइनिंग हॉल 80,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें डाइनिंग
स्पेस और किचन स्थित है। इसका डाइनिंग स्पेस एक समय में 1,050 छात्रों को समायोजित कर सकता है। इस
इंडस्ट्रियल किचन सेटअप में अलग प्रोसेसिंग के साथ आधुनिक स्वचालित उपकरण हैं। विश्वविद्यालय का
डाइनिंग स्पेस विभिन्न संस्कृतियों के संगम का जीवंत प्रतीक है होने के साथ साथ इस परिसर की स्थापत्य
सुंदरता में भी इजाफा करता है।
कल विश्वविद्यालय अकादमिक परिषद की बैठक का भी आयोजन किया गया था। अकादमिक परिषद सदस्य,
जो विभिन्न संस्थानों के प्रमुख शिक्षाविद हैं, ने नालंदा परिसर का दौरा किया और नालंदा के विकास और
उपलब्धियों की सराहना की। अकादमिक परिषद की बैठक में विशेषज्ञों ने उच्च शैक्षणिक मानकों और नवीन
पाठ्यक्रमों के साथ विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए कुलपति प्रो सुनैना सिंह के प्रयासों की सराहना
की। कुलपति ने अकादमिक परिषद के सदस्यों के साथ विश्वविद्यालय के उत्तरोत्तर विकास हेतु अपने दृष्टिकोण
और अन्य प्रस्तावों पर चर्चा की।
प्राचीन नालंदा भारत और एशिया के शैक्षिक, सामाजिक और धार्मिक जीवन एक अभूतपूर्व क्रांति का जनक था।
करीब एक हजार साल के लंबे अंतराल के बाद इस विश्वविद्यालय का पुनरवतरण एक ऐतिहासिक घटना है।
विश्वविद्यालय के छात्र विगत वर्ष से ही स्थायी परिसर में रह रहे हैं। वर्तमान में, 30 से अधिक देशों के छात्र
ऑन-कैंपस हाउसिंग में रह रहे हैं। वर्तमान कुलपति के दूरदर्शी नेतृत्व में, नालंदा अपने जीवंत शैक्षिक अतीत को
दुहराने के लिए तैयार है ।