ख़बरे टी वी – नालंदा विश्वविद्यालय में ग्रैमी अवार्ड एवं पद्म भूषण से सम्मानित पं विश्व मोहन भट्ट का मोहन वीणा वादन…… जानिए पूरी खबर
नालंदा विश्वविद्यालय में ग्रैमी अवार्ड एवं पद्म भूषण से सम्मानित पं विश्व मोहन भट्ट का मोहन वीणा वादन…
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ख़बरे टी वी – 9334598481 – डेस्क न्यूज़ – माननीय कुलपति के आमंत्रण पर पद्म भूषण और ग्रैमी अवार्ड से सम्मानित मोहन वीणा वादक पं. विश्व मोहन भट्ट ने आज दिनांक 26 अप्रैल को शाम 6 बजे नालंदा विश्वविद्यालय के सुषमा स्वराज सभागार में शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी।
उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरुआत राग जोग के आलाप के साथ की और उसके बाद राग की तंत्रकारी और गायकी अंग को प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम नालंदा विश्वविद्यालय के स्पिक मैके चैप्टर और आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के तहत आयोजित किया गया । विश्वविद्यालय के स्पिक मेके चैप्टर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 32 देशों के छात्र सहभागी हुए।
कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए, माननीय कुलपति प्रो. सुनैना सिंह ने कहा, “नालंदा विश्वविद्यालय सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और कलात्मक रचनात्मकता जैसे सभी पहलुओं में अपने छात्रों के समग्र विकास की दिशा में प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है।
शास्त्रीय संगीत हमारे अंदरूनी भावों को स्पर्श करता हैं और हमें संवेदनशील बनाता है। ऐसे कार्यक्रम छात्रों के बीच कलात्मक क्षमता को विकसित करने और उन्हे परिष्कृत करने के लिए एक अवसर प्रदान करते हैं।
यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को भारतीय संस्कृति और विरासत से जुडने में भी सहायक होगा।
नालंदा विश्वविद्यालय का एक दायित्व युवा पीढ़ी को समेकित दिशा देना और उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता की ओर प्रेरित करना है।
शास्त्रीय संगीत का यह कार्यक्रम छात्रों को भारत के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में सन्निहित अमूर्त, सूक्ष्म और प्रेरणास्पद पहलुओं का अनुभव करने के लिए प्रेरित करेगा।
स्पिक मेके (सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग यूथ) की स्थापना 1977 में आईआईटी दिल्ली के पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर किरण सेठ के द्वारा भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने और युवाओं को प्रेरणा देकर शैक्षिक गुणवत्ता को समृद्ध करने के उद्देश्य से की गई थी।
माननीय कुलपति के नेतृत्व में विगत वर्षों में हुए उत्तरोत्तर विकास से ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए अवतार की आधारशिला सुदृढ़ हुई है।
राष्ट्रीय महत्व के अंतर्राष्ट्रीय संस्थान के रूप में नालंदा विश्वविद्यालय का यह आयोजन विभिन्न देश के छात्र छात्राओं को भारत की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत से रू-ब-रू होने का अवसर प्रदान करेगा।