खबरें टी वी : नालंदा विश्वविद्यालय के प्रयासों की विदेश राज्य मंत्री द्वारा सराहना: जकार्ता में आयोजित हुआ एआईएनयू उद्घाटन समारोह…. जानिए पूरी ख़बर
नालंदा विश्वविद्यालय के प्रयासों की विदेश राज्य मंत्री द्वारा सराहना: जकार्ता में आयोजित हुआ एआईएनयू उद्घाटन समारोह….
खबरें टी वी : 9334598481 : ई. शिव कुमार की रिपोर्ट : आसियान-इंडिया नेटवर्क ऑफ यूनिवर्सिटी (एआईएनयू) के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने नालंदा विश्वविद्यालय के प्रयासों को अभूतपूर्व बताया। अपने सम्बोधन में माननीय राज्य मंत्री ने कहा “मैं नालंदा विश्वविद्यालय के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूँ । हमारे प्रधानमंत्री के इच्छा अनुरूप आसियान देशों और भारत के शिक्षण संस्थानों के बीच शैक्षणिक साझेदारी को कार्यान्वित करने की दिशा में इस विश्वविद्यालय की भूमिका अहम है ।”
आसियान-भारत संबंध के 30 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जकार्ता में कल आसियान-भारत नेटवर्क ऑफ यूनिवर्सिटी (एआईएनयू) का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में अपने सम्बोधन में नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनैना सिंह ने कहा कि ” एआईएनयू के नोडल संस्थान के रूप में नालंदा एशियाई देशों के संबंध व पारस्परिक सहयोग के कार्यान्वयन हेतु सक्रिय भूमिका निभा रहा है। वैश्विक शिक्षण संस्थान के प्रतीक के रूप में नालंदा ने 800 वर्षों तक प्राचीन एशियाई ज्ञान-परंपरा का प्रतिनिधित्व किया है। वर्तमान में भी नालंदा के माध्यम से दक्षिण पूर्व एशिया के देशों और भारत के बीच सदियों पुराने सभ्यतागत और सांस्कृतिक संबंधों को राजनयिक माध्यम से सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। इन प्रयासों से एशियाई देशों के साथ हमारे संबंध मजबूत होंगे और शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में आपसी प्रतिबद्धता भी विकसित होगी ।”
कुलपति ने नालंदा के पुर्नर्निर्माण को ऐतिहासिक घटना बताते हुए कहा कि “लगभग एक सहस्राब्दी के बाद नालंदा का पुनरुद्धार हुआ है और अपने नए अवतार में नालंदा फिर से स्थापित हो रहा है। नालंदा का उद्देश्य ज्ञान के माध्यम से वैश्विक शांति और सहयोग को बढ़ावा देना है। ”
कुलपति के संबोधन के पश्चात आसियान महासचिव लिम जॉक होई ने भारत द्वारा आसियान देशों के प्रति निरंतर सहयोग और समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “मुझे प्रसन्नता है कि आसियान-भारत नेटवर्क के माध्यम से अनुसंधान और नवाचार पर पारस्परिक सहयोग हेतु एक साझा मंच तैयार हो रहा है … मैं नालंदा विश्वविद्यालय में दक्षिण पूर्व देशों के अध्ययनरत छात्रों के लिए मास्टर्स और पीएचडी कार्यक्रमों में छात्रवृत्ति की संख्या बढ़ाने के लिए भारत का आभार व्यक्त करता हूँ।”
एआईएनयू के नोडल संस्थान के रूप में नालंदा विश्वविद्यालय आसियान देशों के विश्वविद्यालयों को भारत के उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थानों को जोड़ने व पारस्परिक सहयोग के अवसर प्रदान करने की दिशा में कार्यरत है । एआईएनयू के माध्यम से एक साझा संसाधन-केंद्र के निर्माण सहित कई अन्य पहल किए जा रहे हैं। इससे भारत और आसियान देशों के बीच पारस्परिक कौशल-क्षमता तथा अद्यतन तकनीक की जानकारी के आदान-प्रदान के अवसर उपलब्ध तो होंगे ही साथ ही आसियान देशों की नई पीढ़ी को भारत के प्राचीन मूल्यों को समझने व आत्मसात करने की क्षमता भी विकसित होगी।