November 23, 2024

ख़बरे टी वी – नालंदा जिले में बंद पड़े उद्योगों को फिर से चालू करने एवं कई मांगों को लेकर उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन से मिले…….

ख़बरे टी वी – 9334598481 – ब्यूरो रिपोर्ट – दिनांक 28 अक्टूबर 2021 को अंजुमन मोफिदुल इस्लाम नालंदा के लोग बिहार सरकार के इंडस्ट्री मंत्री माननीय श्री शाहनवाज हुसैन से मिले उनको नालंदा जिला में बंद पड़े इंडस्ट्री कारखाने को फिर से चालू करवाने एवं पूर्व से रामचंद्रपुर इंडस्ट्री विभाग द्वारा टायर बनाने साइकिल बनाने जूता बनाने जैसे कई इंडस्ट्री जो बंद हो चुका है।

उसे चालू करवाने एवं उसमें अल्पसंख्यकों को भी शामिल करने की बात की एवं नालंदा जिला में कब्रिस्तान की जमीन जिसको यूज़ में नहीं लाया जा रहा है, उसमें फतवा लेकर इंडस्ट्री अल्पसंख्यकों के भागीदारी सुनिश्चित करते हुए खुलवाने की कोशिश की जाए।

बिहार शरीफ शहरी क्षेत्र मैं कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं हुई जब के माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा जो कब्रिस्तान की चहारदीवारी करवा देने के लिए फंड रिलीज कर चुके है , इसके बावजूद भी कई वर्षों से उस पैसे द्वारा भी कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं कराई जा रही है ।

एक खंदक पर, प्लॉट नंबर .158 थाना 115 .एवं दूसरा गगन दीवान पूर्वी भाग मौजा कोनासराय थाना 123 खाता नंबर 717/ 869. खसरा.111 की कब्रिस्तान जिसमें सरकार द्वारा पैसा दिया भी जा चुका है,  कुछ कब्रिस्तान ऐसे भी हैं जिसका चारदीवारी होना अनिवार्य है, जैसे पीसत्ता घाट , मोहल्ला बनालिया जो बिहार शरीफ शहरी क्षेत्र में है, उसका चहारदीवारी नहीं होने के कारण आए दिन शहर में शांति व्यवस्था बिगड़ती रहती है एवं आपसी सौहार्द को खतरा पैदा होता रहता है।

हाल ही में प्रखंड चंडी थाना चंडी के सालेपुर गांव में इमामबाड़ा की जमीन पर नाली बनवाने को लेकर झगड़ा पैदा हुआ और वहां पर रह रहे लोगों के साथ विवाद और उस वक्त पुलिस के द्वारा कार्रवाई भी की गई परंतु संतोषजनक नहीं थी, इन सारी बातों से अंजुमन के लोगों ने माननीय मंत्री महोदय को अवगत कराया एवं लिखित भी दिया मंत्री महोदय ने आश्वासन दिया है ।

इन सारे कामों पर जल्द से जल्द जांच होगी एवं शहरी क्षेत्र में कब्रिस्तान की जमीनों की घेराबंदी एवं बंद पड़े इंडस्ट्री को चालू करवाने की कोशिश करूंगा अंजुमन के उपाध्यक्ष मीर अरशद हुसैन, ज्वाइंट सेक्रेट्री मोहम्मद अकबर आजाद एवं मोहम्मद इश्तियाक खान सैयद खुसरो इत्यादि लोग मौजूद थे।