ख़बरें टी वी : एकल महिलाओ का विशाल सम्मलेन सम्पंन। सैकड़ो महिलाओ की हुयी भागीदारी…. जानिए पूरी ख़बर
एकल महिलाओ का विशाल सम्मलेन सम्पंन।
सैकड़ो महिलाओ की हुयी भागीदारी..
ख़बरें टी वी : 9334598481 : हिलसा 31 मार्च एकल नारी संगठन स्वयंसेवी संस्था ज्वायंट एक्शन नेटवर्किंग (जन ) हिलसा नालन्दा की ओर से स्थानीय जन भवन गाँधी नगर में “एकल महिलाओ का विशाल सम्मलेन का आयोजन किया गया। आयोजित सम्मलेन का उद्धघाटन एकल नारी शक्ति संगठन झारखण्ड और राष्ट्रीय एकल नारी मंच के सदस्य डॉ विनी और जिला आइकॉन नालन्दा डॉ आशुतोष कुमार मानव ने किया।
श्री आशुतोष कुमार मानव ने कहा की वर्तमान समय में युग कलयुग का चल रहा है और कलयुग में संघ की शक्ति बहुत बड़ा होता है। एकल महिला का संगठन समय की पुकार है। बिहार को आगे बढ़ाने के लिए महिला का शशक्तिकरण आवश्यक है। श्री रमाकान्त शर्मा संचालक सह सचिव जन ने कहाँ कि एकल महिला सामाजिक ,आर्थिक ,सांस्कृतिक और अमानवीय घटनाओ से प्रतिदिन प्रताड़ित हो रही है। हमारी संस्था ज्वायंट एक्शन नेटवर्किंग (जन ) सामाजिक मुद्दे पर सक्रियता पूर्वक कार्य करती है आ रही है। शराब वंदी का मुद्दा सबसे पहले एकल महिला ने ही उठाई थी। श्री डॉ वींनी ने कहा की झारखण्ड की एकल नारी सामाजिक बेड़ी को तोड़ समाज को आईना दिखाया है। बिहार में एकल महिलाओ का मजबूत संगठन बने और एकल महिलाओ को पर्याप्त हक़ मिले।
सम्मलेन को संचालन सुषमा कुमारी ने किया और सम्मलेन को सुनीता कुमारी ,निलम देवी ,राजू रविदास ,रमाकान्त शर्मा ,करन राज ,आशीष कुमार और पूर्व प्रखंड प्रमुख रमेश चन्द्र चौधरी ने सम्बोधित किया। एकल नारी सम्मलेन में निम्नलिखित प्रस्ताव पास किया गया।
1. सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ सभी तरह के एकल महिलाओ को मिलना चाहिए। वर्तमान समय में केवल विधवा महिलाओ को ही इसका लाभ दिया जाता है।
2. बिहार में सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाया जाय। वर्तमान समय में 400 मासिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिलता है। इसे बढ़ाकर 2000 रुपया प्रतिमाह की दर से दिया जाय।
3. सभी एकल महिलाओ को स्वरोजगार से जोड़कर दो लाख रुपया पूँजी दी जाय।
4. सभी महिलाओ को पैतृक संम्पति में हिस्सा दिया जाय।
5. सामाजिक सांस्कृतिक स्तर पर महिला के साथ जो भेद भाव होता है उसे तत्काल रोका जाय।
6. एकल महिलाओ के बच्चो को निःशुल्क पढाई की व्यवस्था कि जाय। नवोदय ,कस्तूरबा विद्यालय में प्राथमिकता के आधार पर इसका नामांकन किया जाय।
7. एकल महिलाओ को निःशुल्क क़ानूनी सहायता प्रदान किया और इसका मुकदमा फास्टट्रैक कोर्ट में चलाया जाय।