ख़बरे टीवी – जो विद्यार्थियों हित की बात करेगा वही बिहार में राज करेगा, शिक्षा मंत्री इस्तीफा दें, जब शिक्षा विभाग संभाल नहीं रहा तो शिक्षा मंत्री आखिर किस लिए बने हैं, फेसबुक लाईव संवाद कार्यक्रम के तहत एबीवीपी कार्यकताओं किया गया बैठक..
जो विद्यार्थियों हित की बात करेगा वही बिहार में राज करेगा, शिक्षा मंत्री इस्तीफा दें, जब शिक्षा विभाग संभाल नहीं रहा तो शिक्षा मंत्री आखिर किस लिए बने हैं, फेसबुक लाईव संवाद कार्यक्रम के तहत एबीवीपी कार्यकताओं किया गया बैठक..
रंजीत कुमार ( ख़बरे टीवी – 9334598481, 9523505786 ) – अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नालंदा जिला इकाई के द्वारा लाइव संवाद कार्यक्रमके तहत परिषद के सदस्यों से जिला संयोजक गुलशन कुमार ने संवाद स्थापित करते हुए उन्होंने कहा कि. विद्यार्थियों को ठगने का काम बिहार की वर्तमान सरकार कर रही है, विद्यार्थियों की आवाज को दबाना चाहती है। कई वर्षों से विद्यार्थियों का छात्रवृत्ति बंद करके रखा है, सरकार। इस महामारी में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सभी लोगों का मदद किया है। एसटीईटी रिजल्ट को ना देकर विद्यार्थियों के भविष्य को अंधकार में डालने का प्रयास किया है। युवाओं एवं विद्यार्थियों अपना बहुमूल्य वोट देकर सरकार पर विश्वास करती है, सरकार को बनाती है। लेकिन बदले में सरकार विद्यार्थियों के साथ धोखा देने का काम करती है। इस महामारी में कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर गरीबों मजदूरों की मदद किया है, हमेशा छात्र हित के साथ-साथ समाज हित एवं देश हित में काम करती है। लॉकडाउन हटने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के द्वारा सड़क से लेकर सदन तक एक बड़ा आंदोलन करेगी। जो विद्यार्थियों हित की बात करेगा वही बिहार में राज करेगा। बिहार के सारे कंपटीशन एग्जाम में पेपर लीक हो जाता है, इसका जिम्मेदार ना सरकार लेती है ना एग्जाम देने वाली संस्था लेती है। अभी तक बिहार एसएससी का कुछ अता पता नहीं है। बिहार सरकार विद्यार्थियों को भटकाने का काम कर रही है। शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा से शिक्षा विभाग संभल नहीं रहा है । जब शिक्षा विभाग संभाल नहीं रहा तो शिक्षा मंत्री आखिर किस लिए बने हैं, शिक्षा मंत्री इस्तीफा दें। बिहार के मुख्यमंत्री सिर्फ बोलते हैं लेकिन बिहार के विद्यार्थियों ने बिहार के रोजगार के ऊपर ध्यान नहीं देते हैं। बिहार में प्रत्येक साल लाखों विद्यार्थी स्नातक, स्नातकोत्तर, बीसीए ,बीसीएम ,एमसीए,एमबीए डिग्री प्राप्त करते हैं, लेकिन डिग्री प्राप्त करने के बाद भी विद्यार्थियों का कहीं भी जॉब नहीं मिलता है। बिहार सरकार शिक्षा को धरातल पर उतार दी है। बिहार के विद्यार्थियों ने ठाना है युवाओं को रोजगार नहीं तो वोट नहीं मिलने वाला है।