ख़बरे टीवी – सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था प्रारंभ कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया, कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम को लेकर नालन्दा जिला पदाधिकारी ने की विभिन्न कोषांगों की बैठक.
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था प्रारंभ कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया, कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम को लेकर नालन्दा जिला पदाधिकारी ने की विभिन्न कोषांगों की बैठक.
( ख़बरे टीवी – 9523505786 ) – कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए
जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने आज सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
सैंपलिंग कोषांग के नोडल पदाधिकारी भूमि सुधार उप समाहर्ता बिहार शरीफ को प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्य(330) के अनुसार जांच सैंपल कलेक्ट कराने तथा जांच का रिपोर्ट प्राप्त होने से संबंधित व्यवस्था का अनुश्रवण करने को कहा गया। उन्हें प्रतिदिन सैंपल कलेक्शन एवं जांच रिपोर्ट के आधार पर पॉजिटिव पाए गए लोगों की सूची विभिन्न कोषांग के पदाधिकारियों के साथ साझा करने को कहा गया। सैंपलिंग के समय ही लोगों से उनके होम आइसोलेशन में रहने से संबंधित सहमति पत्र प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।
जिला पदाधिकारी ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था प्रारंभ कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया । इन केंद्रों पर निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कोविड-19 संक्रमण के लक्षण वाले लोग, पॉजिटिव पाए गए लोगों के निकटतम हाई रिस्क कॉन्टैक्ट एवं कंटेनमेंट जोन में रहने वाले भेद्य श्रेणी के लोगों की स्वेच्छा से जांच की जायेगी। बगैर लक्षण वाले अन्य लोगों को जांच की आवश्यकता नहीं है। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 50-50 एंटीजन किट उपलब्ध कराया गया है। इसलिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर रैपिड एंटीजन टेस्टिंग में कोई व्यवधान नहीं होगा। उनके द्वारा स्पष्ट रूप से बताया गया कि जांच में एक बार निगेटिव पाए जाने के बाद लोग पुनः पॉजिटिव नहीं हो सकते हैं, ऐसी अवधारणा बिल्कुल ही गलत है। इसलिए जांच में निगेटिव पाए जाने वाले लोगों को भी उतनी ही सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, जितनी अन्य लोगों को है।
प्रतिदिन पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों की ट्रैकिंग आइसोलेशन कोषांग के माध्यम से से की जा रही है। जो लोग संस्थागत आइसोलेशन में रहना चाहते हैं, उन्हें वहां भेजा जाएगा तथा जो लोग होम आइसोलेशन में रहना चाहते हैं उन्हें सहमति पत्र के आधार पर होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति होगी। होम आइसोलेशन में रहने वाले सभी लोगों को एक मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें पेरासिटामोल, मल्टीविटामिन सहित अन्य आवश्यक दवाएं ,मास्क आदि शामिल हैं। पर्याप्त संख्या में किट तैयार कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया।
ट्रैकिंग कोषांग के माध्यम से प्रतिदिन पॉजिटिव पाए गए लोगों के हाई रिस्क कांटेक्ट की जानकारी लेकर उनकी जांच हेतु सैंपलिंग कोषांग को सूची उपलब्ध कराई जा रही है, जिसके आधार पर सैंपलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
कंटेनमेंट जोन कोषांग के प्रभारी को प्रतिदिन कंटेनमेंट जोन से संबंधित जानकारी प्रखंड वार प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।गुरुवार को जिला में कुल 71 कंटेन्मेंट जोन एक्टिव थे। पॉजिटिव मामले के अनुरूप इनकी संख्या में निरंतर बदलाव हो रहा है।कंटेनमेंट जोन में सैनिटाइजेशन स्थानीय निकाय के माध्यम से सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।
सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को उनके क्षेत्र में प्रतिदिन कितने की सैंपलिंग हुई? कितने पॉजिटिव मामले आए? कितने कंटेनमेंट जोन बनाए गए? कितने लोग होम आइसोलेशन में हैं? तथा कितने लोग संस्थागत आइसोलेशन में हैं?आदि से संबंधित जानकारी व्यक्तिगत रूप से प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।
कॉल सेंटर कोषांग के प्रभारी अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बिहार शरीफ को सदर अस्पताल के मेडिकल हेल्पलाइन(06112 236794) एवं जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष(06112 235288) का सुगमता से संचालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।
विभागीय निर्देश के आलोक में निजी अस्पतालों में भी कोविड-19 ईलाज के लिए बेड चिन्हित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। कोविड-19 के निजी लैब मैं टेस्टिंग के लिए भी उपयुक्त लैब को चिन्हित कर टेस्टिंग हेतु अनुमति प्राप्त करने के लिए विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, भूमि सुधार उप समाहर्ता बिहार शरीफ, गोपनीय शाखा प्रभारी, अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बिहार शरीफ, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी सहित विभिन्न कोषांगों से सम्बद्ध वरीय उप समाहर्ता तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी जुड़े थे ।