ख़बरे टीवी – स्नातक अधिकार मंच के संयोजक शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दिलीप कुमार के प्रयास से परवलपुर के करीब 8 दर्जन को मिली एनओसी अब लौट रहे हैं अपने हमवतन
( ख़बरे टीवी – 9523505786 ) – स्नातक अधिकार मंच के संयोजक सह जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दिलीप कुमार ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा की, परवलपुर के 93 लोग जो गुजरात के द्वारका में तीर्थाटन के लिए गए थे, वह लोग जब से लॉक डाउन हुआ था, यानी 23 मार्च से ही वे लोग वहां एक धर्मशाला में फंसे हुए थे, इस बात की जानकारी मुझे दिनांक 15 मई को उन्हीं लोगों में से एक यात्री, जिनका नाम प्रेम कुमार है, उन्होंने बताया कि हम लोग 23 मार्च से ही द्वारका में फंसे हुए हैं,
हम लोगों ने बहुत कोशिश की घर आने के लिए पास बनाने की तो बन नहीं पाया, बल्कि उन्होंने बताया की उन्ही की ग्रुप में से एक 75 वर्षीय महिला शांति देवी जो शंकरडीह पंचायत के वार्ड 18 की वार्ड सदस्या थी, उन का हृदय गति रुकने के कारण पिछले महीने द्वारका में ही देहांत हो चुका है, इन सब बातों की जानकारी मिलने के बाद दिलीप कुमार ने द्वारका के जिलाधिकारी से संपर्क स्थापित कर सारी वस्तु स्थिति से अवगत कराया, उनके द्वारा बताया गया की अगर यह लोग स्वयं जाना चाहते हैं, तो बस का नंबर के साथ पैसेंजर की सूची हमारे कार्यालय में आकर जमा करें,
इन लोगों को बताने के बाद इनके द्वारा वहां सूची उपलब्ध कराने के उपरांत द्वारका के जिला अधिकारी के द्वारा नालंदा के जिलाधिकारी को एनओसी के लिए मेल किया गया एवं उसकी एक प्रति मेरे भी व्हाट्सएप पर भेजी गई दिलीप कुमार ने नालंदा समाहरणालय जाकर वहां से एनओसी कंफर्म करवा कर द्वारका के जिलाधिकारी के यहां मेल करवाया गया,
तब कहीं जाकर वहां से उन लोगों में से 22 लोग जिनका पास बना वे आज नालंदा के लिए रवाना हो चुके हैं, मैं बतला नहीं सकता हूं, कि वे लोग कितने खुश हैं, लगभग सवा 2 महीना के बाद वे लोग अपने वतन अपने गांव को वापस आ रहे हैं , दिलीप कुमार ने राज्य सरकार एवं नालंदा के जिलाधिकारी से मांग की है, कि जो भी लोग उनके जिले के किसी दूसरे राज्य में फंसे हुए हैं या दूसरे राज्य के लोग उनके जिले में फंसे हुए हैं, उनको अभिलंब वहां से मंगवाने के लिए एवं यहां से भी दूसरे राज्यों के लोगों को भेजने के लिए जो भी व्यवस्था हो अगर वे स्वयं आना चाहते हैं,
तो उन्हें तुरंत पास निर्गत या एनओसी निर्गत किया जाए, जो लोग आने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें जिला प्रशासन के द्वारा दूसरे राज्य सरकार से बात कर अविलंब उन्हें अपने वतन वापसी का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। बताते चलें स्नातक अधिकार मंच के द्वारा पूर्व में भी राजस्थान सरकार की मदद से नालंदा जहानाबाद एवं गया के 4 फौजी के बच्चों को भी उनके घर तक पहुंचाने का कार्य किया जा चुका है साथ ही स्नातक अधिकार मंच के संयोजक दिलीप कुमार के द्वारा यह भी बयान दिया गया है, कि नालंदा, नवादा एवं पटना जिले के साथ साथ पूरे बिहार के जो भी लोग दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं, अगर उन्हें पास मिलने या एनओसी में कोई परेशानी आ रही है, तो उन्हें अवश्य सूचित करें उनसे जहां तक होगा उन लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर हैं।