October 18, 2024

#nalanda: शहीदों को नमन के इस अवसर पर बहुत सारे कर्मचारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की… जानिए

 

 

 

 

 

 

 

शहीदों को नमन के इस अवसर पर बहुत सारे कर्मचारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की…

 

 

 

 

 

 

 

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ख़बरें टी वी: आज 19 सितम्बर का दिन हम सब कर्मचारियों के लिए ऐतिहासिक और बहुत महत्वपूर्ण है। एआईआरएफ ने हड़ताल के पहले बिहार के जमालपुर में एआईआरएफ का अधिवेशन बुलाया और जेनरल काउंसिल की बैठक में फिर से अपनी मांगों को लेकर चर्चा की। सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर 19 सितम्बर 1968 को सुबह 6 बजे से एक दिन के सांकेतिक हड़ताल का निर्णय लिया। मुख्य मांगों में *जीवन यापन हेतु वेतन निर्धारण, महंगाई भत्ते का निर्धारण, काम के घंटों का निर्धारण, सभी विभाग के कर्मचारियों के लिए निर्धारित घंटे से अधिक काम के लिए ओवरटाइम, रात्रिकालीन ड्यूटी के लिए रात्रि भत्ता , बोनस आदि।*
जमालपुर अधिवेशन में ही एआईआरएफ के चुनाव में पूर्व रेल कर्मचारी प्रिय दत्त महामन्त्री, पीटर अलवरिस अध्यक्ष चुने गए। हड़ताल के पूर्व सारी निर्धारित बातों को ध्यान में रखते हुए सभी जोन के महा प्रबंधक को हड़ताल की नोटिस दे दी गई थी।
18 सितम्बर को हड़ताल शुरू होने के पहले से इंदिरा गांधी सरकार ने कर्मचारियों के साथ उनके परिवार को भी रेलवे आवास से निकालना शुरू कर दिया। सरकार न मांगों को मानी और न ही कर्मचारियों से बातचीत करना चाहा। उल्टे सरकार के दमनकारी नीतियों के कारण रेलवे के 8 कर्मचारियों के अलावा एक रेल कर्मी का पुत्र सहित 9 लोगों को जान गंवानी पड़ी। यह इन्दिरा सरकार का मजदूरों के प्रति घृणित आचरण था। हजारों की संख्या में कर्मचारियों को सस्पेंड ,जेल भेजना और लाखों का ब्रेक इन सर्विस हुआ।
1968 के शहीदों की शहादत को नमन करते हुए आज सवारी डिब्बा मरमत कारखाना हरनौत में ECRKU हरनौत के द्वारा उन्हे श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर ECRKU हरनौत के शाखा सचिव पूर्णानंद मिश्रा ने कर्मचारियों से कहा की शहीदों की शहादत बेकार नहीं जाना चाहिए। जो उन्होंने किया उनके नक्शे कदम पर हमलोगों को चलना चाहिए। आज समय आ गया है की हमलोगों को और एकजुट होने की आवश्यकता है। क्योंकि आज AIRF के लंबे संघर्ष के बाद केंद्र सरकार हम सभी कर्मचारियों को पेंशन के रूप में अंतिम वेतन का 50% तथा उस पर DR देने के लिए तैयार हो गई है। इसके साथ ही GRATUATI भी देने के लिए तैयार हो गई है। परंतु UPS हमलोग का मंजिल नहीं बल्कि एक पड़ाव है। हमारे महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने भी कहा है कि सरकार से जो मिल रहा है उसे जेब में रखकर आगे के मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष जारी रखो। नई नवेली UPS, NPS से बेहतर जरुर है, परंतु OPS का मजा इसमें तब तक नहीं आ जाएगा जबतक इसमें कर्मचारियों का 10% कटौती बंद हो अथवा कटौती के बदले रिटायरमेंट के समय एकमुश्त राशि प्राप्त हो। UPS में अभी बहुत खामियां है। जैसे कि सर्विस पिरियड को को 25 साल करना, हमारा पैसा 10% CONTRIBUTION लेना। रिटायरमेंट के समय हमे एकमुस्त राशि क्या मिलेगी उसे नही क्लेयर करना। ये सब खामियां को दूर करना है। या कहिए उसको हु बहु OPS के जैसा बनाना ही हमारा मकसद है। जिसे हम सरकार से लड़कर ले ही लेगे। जैसे एआईआरएफ और इसीआरकेयू अपने संघर्ष के बदौलत 50% पेंशन सुनिश्चित की वैसे ही इसमें सुधार भी यही करवाएगी। आप इसपर भरोसा कर सकते हैं। क्योंकि इसका इतिहास संघर्षों और शहादत का रहा है। इसके अलावा किसी भी दुसरे यूनियन में शहादत का इतिहास नहीं रहा है।

 

 

लेकिन उसके लिए साथियों हमलोगो को एकत्र रहना होगा। खासकर हरनौत के साथियों के लिए अब समय आ गया है की उन्हे ECRKU को मजबूत करना होगा। वो तब होगा जब आप लोग दिसंबर मे होने वाले रेफरेंडम के चुनाव में ECRKU के लिए 100% वोटिंग करेंगे। क्योंकि साथियों जो आपके लिए काम करता है, उसका साथ मजबूती से दे और मेरा मानना है की ECRKU ने आपके लिए HRT में बहुत काम किया है। चाहे वो किसी कर्मचारी का प्रमोशन का मुद्दा हो या किसी का पनिशमेंट का या किसी के साथ कुछ घटना घटती हो या किसी कर्मचारी का आर्थिक मदद हो या सेटलमेंट करना या कर्मचारी के लिए कारखाना में पानी पीने की व्यस्था करना या उनके लिए सेफ्टी का ध्यान रखना। बहुत सारी समस्या है जो गिनाते रहे तो शायद खत्म ही नही होगा। साथियों, हमें काम का मजदूरी तो मिलना चाहिए। क्योंकि अब चुनाव में बहुत सारे लोग आयेगे जो सालो सालो से कही नहीं दिख रहे थे और आपसे वोट मांगने चले आयेगे। वो चुनाव मे बहुत सारे propgenda फैलायेगे चाहे वो जाति के नाम पर हो या पड़ोसी के नाम पर वोट मांगने का काम करेगे।।पर साथियों आपको स्वविवेक से काम लेना है कि जो यूनियन यानी ECRKU ने आपके लिए सदा काम किया है और आगे भी करता रहेगा उसी को आप मजबूती के साथ उपर ले जाए। क्योंकि जब आप उसे मजबूत करेगे तो वो भी बहुत मजबूती से आपके लिए खड़ा रहेगा। आज शहीदों को नमन के इस अवसर पर बहुत सारे कर्मचारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसमे ECRKU HRT के अध्यक्ष महेश महतो, संयुक्त सचिव राकेश रंजन, कोषाध्यक्ष मनोज मिश्र, सहायक सचिव बिपिन कुमार,गिरजा प्रसाद,प्रकाश रंजन मिश्र, विपीन प्रसाद, रमेश राम, रंजीत पोद्दार, प्रमोद कुमार, रंजीत कुमार, अखिलेश कुमार, विनय कुमार, कृष्णा कुमार सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।

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