October 18, 2024

#nalanda: पावापुरी विंमस में एलीसा मशीन का किया गया उद्घाटन, मरीजों को मिलेगा लाभ … जानिए

पावापुरी विंमस में एलीसा मशीन का किया गया उद्घाटन, मरीजों को मिलेगा लाभ …

 

 

 

 

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खबरें टी वी: भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्मेंट में मंगलवार को एलीशा लैब का उद्घाटन किया गया. बहुप्रतीक्षित एलिसा जांच मशीन से अब कम समय मैं खून मैं पनपे एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी और डेंगू जैसे संक्रमण की पहचान 3 घंटे के भीतर की जा सकेगी. मंगलवार को संस्थान के प्राचार्य डॉ. सर्बिल कुमारी अधीक्षक डॉक्टर अरुण कुमार सिन्हा व डॉ. राजेश नारायण ने फीता काटकर इस नए जांच लैब का उद्घाटन किया. इस मशीन के लग जाने से अब एचआईवी हेपेटाइटिस सहित अन्य बीमारियों की जांच की पुष्टि के लिए सैंपल अन्य जगह नहीं भेजना पड़ेगा और मरीजों की जांच का परिणाम जल्द मिल जाया करेगा. पहले अस्पताल मैं एंटीजन किट के जरिए इन संक्रामक बीमारियों की जांच की जाती थी जो मात्र 70 प्रतिशत ही कामयाब था और कुछ छुपे वायरस का पता नही लग पता था, नई मशीन द्वारा अब 95 प्रतिशत जांच रिपोर्ट की पुष्टि अस्पताल से होगा. अस्पताल में आने वाले एचआईवी संक्रमित और एड्स के रोगियों की मुकम्मल जांच में मशीन काफी मददगार होगी .

 

 

अस्पताल में यह जांच व्यस्था नहीं होने की वजह से हर हफ्ते दर्जनों मरीजों का सैंपल हायर सेंटर भेजना पड़ता था, चूंकि वहां अन्य जिलों से भी सैंपल आते हैं, इसलिए रिपोर्ट आने में समय लगता था। इससे मरीजों का इलाज प्रभावित होता था। और एक दूसरे मैं फैलने का खतरा बना रहता था.मशीन का ट्राई रन खत्म गया है और इसके साथ बुधवार से ही मशीन के द्वारा मरीजों के ब्लड सैंपल की जांच होनी शुरू हो जाएगी. प्राचार्य डॉ. सर्बिल कुमारी ने बताया की मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. इससे मरीजों को गंभीर संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी. जल्द ही मशीन की शुरुआत होगी. नालंदा शेखपुरा नवादा जमुई समेत अन्य जिलों से मरीज यहां पर इलाज के लिए आते हैं उन्हें अस्पताल में बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए अस्पताल हमेशा तत्परता से कार्य करता है.

 

 

माइक्रोबायोलॉजी डिपार्मेंट के विभागअध्यक्ष डॉ.अमित कुमार आनंद ने कहा कि इस मशीन से प्रतिदिन एक बार मैं 94 सैंपल की जांच की सकेगी. उन्होंने बताया की
जांच रिपोर्ट की पुष्टि के पश्चात मरीजों को समय रहते चिकित्सकों द्वारा बेहतर इलाज किया जाएगा उन्होंने बताया की इस विधि द्वारा एचआईवी हेपेटाइटिस बी, सी और डेंगू चीकनगुनिया, मिजिल्स, रुबेला, जेई इत्यादि बीमारियों का बहुत कम समय मैं जांच पुष्टि रिपोर्ट प्राप्त किया जाएगा साथ ही एलाइजा मशीन के साथ इसमें रीडर वॉशर, आवश्यक किट, यूपीएस और प्रिंटर भी लगा है. इससे काम जल्दी होगा.

 

 

इसकी खासियत यह है कि इससे तीन घंटों में ही मरीजों की रिपोर्ट मिल जाएगी. इस अवसर पर डॉ इम्तियाज अहमद, डॉ राजेश नारायण डॉ अशोक कुमार राउत, डॉ त्रिनयन कुमार चक्रवर्ती, डॉ जैकी जमा,डॉ.अरुण कुमार सिंह, डॉ वाई के सहाय सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

किसे कहते हैं हेपेटाइटिस?

हेपेटाइटिस लिवर के सूजन को कहते हैं, यह बीमारी अधिकतर वायरल इंफ़ेक्शन की वजह से होती है। इससे लीवर कैंसर, लीवर फेलियर और लिवर से संबंधित दूसरी कई बीमारियां हो सकती हैें। इस वायरस के 5 स्ट्रेन होते हैं। जिनका नाम ए से लेकर ई तक है। इनमें से सबसे ज़्यादा ख़तरनाक बी और सी हैं। 

 

 

क्या होते हैं इसके लक्षण? 

इसके लक्षणों की बात करें तो आमतौर पर हेपेटाइटिस की स्थिति में थकान, फ्लू जैसे लक्षण, पेशाब का रंग गहरा होने, पीला मल होने, पेट में दर्द,  भूख न लगने और बिना कारण वजन कम होने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। लिवर की समस्याओं के कारण अक्सर त्वचा और आंखों का पीला पड़ने (पीलिया) का खतरा बना रहता है।

 

 

 

 

रिपोर्ट बसंत कुमार

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