#nalanda: दर्जनों आक्रोशित ग्रामीण पहुंचे बिजली ऑफिस, कनीय अभियंता का किया घेराव…. जानिए
आवेदन देने के महीनों दिन बाद भी नहीं हो सका बिजली सेवा बहाल…
दर्जनों आक्रोशित ग्रामीण पहुंचे बिजली ऑफिस, कनीय अभियंता का किया घेराव….
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खबरें टी वी: हरनौत (नालंदा ) ग्रामीणों के द्वारा आवेदन देने के महीनों दिन बाद भी बिजली सेवा बहाल नहीं हो सका। जिसे लेकर सोमवार को नपं क्षेत्र के जोरारपुर गांव के दर्जनों आक्रोशित ग्रामीण बिजली ऑफिस पहुंचकर जेई का घेराव किया। ग्रामीण में योगेंद्र प्रसाद व अन्य ने बताया कि करीब छह महीने पहले ट्रांसफार्मर खराब हो गया था। जिसे लेकर ग्रामीणों ने तत्काल जेई को फोन कॉल कर ट्रांसफार्मर खराब होने का शिकायत किया। तब से अब तक बिजली बहाल नहीं हो पाया है। जिसके कारण गांव में जल संकट छाया हुआ है। घरेलू समरसेबल के साथ नल जल योजना के तहत पंप भी बंद हो गया है। शिकायत के बाद विभाग के द्वारा ट्रांसफार्मर बदला गया था। लेकिन ट्रांसफार्मर लगाने के दौरान ही उससे तेल रिसने की शिकायत मिला। बाद में ठेकेदार के द्वारा उसे भी बदल दिया गया। बिजली मिस्त्री के द्वारा ट्रांसफार्मर चालू किया गया। लेकिन एक-दो दिन में वह मात्र दो फेज चालू हो पाया। उसके बाद धीरे-धीरे पुरा बंद हो गया। जिसकी शिकायत भी ग्रामीणों के द्वारा जेई से किया गया। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। सिर्फ मिस्त्री को भेज कर खाना पूर्ति की जा रही है। जिसके चलते विद्युत आपूर्ति ठप हो गया है। इसे लेकर ग्रामीणों में गुस्सा फूट पड़ा और बिजली ऑफिस पर धावा बोल दिया। इस दौरान ग्रामीण एवं जेई के बीच कहासुनी भी हो गई। ग्रामीण वरीय अधिकारी से बात कराने के लिए दबाव बना रहे थे। ग्रामीणों का कहना था उनका शिकायत वरीय अधिकारी को मिलना चाहिए। ताकि उनका शिकायत दूर किया जा सके। जेई ने मौके पर ही लोगों से आवेदन लिखा कर वरीय पदाधिकारी को अग्रसारित कर दिया। जेई मनीष कुमार ने बताया कि जल्दी ही ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली बहाल कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ट्रांसफॉर्मर रिपेयर वर्कशॉप उनके देखरेख में नहीं आता है। जिसके कारण ट्रांसफार्मर खराब होने की जवाब देही उनका नहीं है। सरकार के द्वारा बिजली सुधार में हमेशा नए-नए सुधार की ओर कदम उठाए जा रहे हैं। पुराना मीटर के जगह डिजिटल मीटर होते हुए अब प्रीपेड डिजिटल मीटर लगाया जा रहा है। विभाग के द्वारा ग्राहकों से बिल बसूली की जा रही है। लेकिन सुधार के नाम पर अभी भी पुराना व्यवस्था है। सरकार का सख्त आदेश है कि शहरी क्षेत्र में शिकायत के दो दिनों के अंदर ट्रांसफार्मर बदल दी जाये। अन्य ग्रामीण बताते हैं कि इस ट्रांसफार्मर से कई घरेलू ग्राहक सहित स्कूल का भी कनेक्शन दिया गया है। जहां वर्तमान में विद्युत आपूर्ति ठप है। लोक सभा चुनाव के दौरान ग्रामीणों के सहयोग से दूसरे ट्रांसफार्मर से बिजली लाकर विद्युत आपूर्ति की गई थी। तब जाकर चुनाव कर्मियों को भीषण गर्मी में राहत मिली थी। इसे लेकर ग्रामीणों ने गांव में बैठक किया। निर्णय लिया है कि दो दिन में ट्रांसफार्मर नहीं लगाया जाता है तो वे लोग बिहार शरीफ जाकर बिजली विभाग के बड़े अधिकारी सहित जिलाधिकारी से गुहार लगाएंगे। बिजली नहीं रहने के कारण उन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों के पास अब डीजल पंप सेट भी नहीं रहा। जिससे कि वह खेती में पटवन कर सकते हैं। ऐसे में बिजली ही एक उपाय है।
रिपोर्ट हरिओम कुमार