November 23, 2024

ख़बरे टी वी – आखिर क्यों आज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को किन लोगों के बीच हिंदुत्व की रक्षा के लिए खड़े-खड़े पैर छूने पड़े…….. आइए जानते हैं पूरा मामला

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिंदुत्व धर्म को बचाने के लिए क्यों चरण छुकर लगाया गुहार।

 

बेगूसराय:- केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने संसदीय क्षेत्र में धर्म को लेकर दिया बयान कहा हिंदू धर्म सबसे बड़ा कोई धर्म नहीं। आज हमें कोई इसाई बनाना चाहते जबरदस्ती या फिर लालच के जोर पर। देश को जरूरत है ऐसे कानून बनाने का, धर्म परिवर्तन करने वाले को नसीहत देते हुए श्री सिंह ने कहा जिसमें कोई लोभ देखकर किसी का धर्म परिवर्तन ना करें । धर्म से बड़ा कोई चीज नहीं है।

बताते चलें कि ऐसा गिरिराज सिंह ने कब कहा

मिली जानकारी के मुताबिक कि नगर थाना क्षेत्र के हरहरमहादेव निवासी मनोज पासवान जो ईसाई धर्म कबूल कर लिया है,अपनी हिन्दू मां भाग्यमनी देवी का अंतिम संस्कार बखरी स्तिथ ईसाई कब्रिस्तान में सभी परिवार वालों की इच्छा विपरीत दफनाने जा रहा था। जिसकी जानकारी किसी ने बजरंग दल के कार्यकर्ता को दे दी जिसके बाद, मौके पर दर्जनों बजरंगदल कार्यकर्ता घर पर पहुंच गये। फिर कोरिया में बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने गाड़ी रोक कर विरोध किया।

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मामला यह है कि मनोज पासवान की मां का देहांत हो गया इसी क्रम में वह अपनी मां का दाह संस्कार ना कर दफनाने की बात सामने आई थी लेकिन वहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर दफनाने के लिए विरोध किया और दाह संस्कार करने के लिए प्रार्थना की आखिर ऐसा क्यों कर रहा था मनोज पासवान अपनी मां को दफनाने की बात इसलिए कि वह ईसाई धर्म अपना रखा था।

वहीं जब बजरंग दल कार्यकर्ताओं से मामला सुलझता नहीं दिखा तो वह सीधे अंतिम यात्रा को ले जा रहे हैं वाहन को भाजपा दफ्तर के नजदीक ले आये जहां केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मृतक के परिजनों को खड़े-खड़े पैर छुए उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि हम आपके पैर छूते हैं यह गलती ना करें हमारा धर्म जो कि सबसे पुराना और सबसे अच्छा है जिसमें हर किसी के लिए एक धर्म है जैसे माता और पुत्र का धर्म, भाई और बहन का धर्म, पति और पत्नी का धर्म वैसे ही मरणोपरांत दाह संस्कार का धर्म जिसे हमें हर हाल में सही ढंग से करनी चाहिए और सबसे बड़ी बात कि जब तक वह परिजनों को समझाते रहे उतनी देर तक उन्होंने दोनों हाथों को जोड़ कर रखा था। जिसके बाद परिजनों ने केंद्रीय मंत्री की बात मानते हुए उन्हें अंतिम संस्कार के लिए ले गए।