#nalanda: फसल अवशेष को खेतों में न जलाने तथा फसल जलने से होने वाले नुकसान के प्रति किसानों के बीच जागरूकता बैठक…जानिए
फसल अवशेष को खेतों में न जलाने तथा फसल जलने से होने वाले नुकसान के प्रति किसानों के बीच जागरूकता बैठक…
ख़बरें टी वी : पिछले 14 वर्षो से ख़बर में सर्वश्रेष्ठ..ख़बरें टी वी ” आप सब की आवाज ” …
आप या आपके आसपास की खबरों के लिए हमारे इस नंबर पर खबर को व्हाट्सएप पर शेयर करें…ई. शिव कुमार, “ई. राज” —9334598481..
आप का दिन मंगलमय हो….
ख़बरें टी वी : 9334598481 : आज दिनांक 19 अप्रैल 2024 को श्री शशांक शुभंकर , जिलाधिकारी , नालंदा की अध्यक्षता में फसल अवशेष को खेतों में न जलाने तथा फसल जलने से होने वाले नुकसान के प्रति किसानों तथा आमजनों के बीच जागरूकता हेतु जिला स्तर पर अंतर विभागीय कार्य समूह की बैठक आयोजित की गई ।
समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी महोदय ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि पराली जलाने वाले चिन्हित किसानों का रजिस्ट्रेशन रद्द करें , साथ ही जिस पंचायत में पराली जलाने की बार-बार घटना हो रही है उस पंचायत के किसान सलाहकार ,किसान समन्वयक पर स्पष्टीकरण करना सुनिश्चित करेंगे ।
उन्होंने कहा कि हार्वेस्टर के लिए शीघ्र लाइसेंस निर्गत करना सुनिश्चित करेंगे ।
संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि गिरियक /राजगीर पहाड़ी के आसपास वाले जंगलों/ खेतों में अगलगी से बचाव हेतु गांवों में व्यापक प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करेंगे , तथा स्थानीय ग्रामीणों को आग से बचाव हेतु प्रशिक्षण देना भी सुनिश्चित करेंगे ।
इन क्षेत्रों में अगलगी घटना की सूचना वन विभाग के दूरभाष संख्या 8340432091 पर तुरंत सूचित करें ।
अगलगी घटना की सूचना जिला आपदा प्रबंधन दूरभाष संख्या 06112-233168 पर भी दी जा सकती है ।
फसल अवशेषों को खेतों में न जलाने के प्रति जागरूकता के लिए अंतर विभागीय कार्य समूह यथा कृषि विभाग/ वन एवं पर्यावरण विभाग/ स्वास्थ्य विभाग /शिक्षा विभाग/ ग्रामीण विकास विभाग/ पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग/ सहकारिता विभाग /पंचायती राज विभाग/ जिला सूचना जनसंपर्क विभाग के संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों / ग्रामीण लोगों के बीच व्यापक प्रचार प्रसार / प्रशिक्षण कर जागरूक करना सुनिश्चित करेंगे।
इस अवसर पर जिला वन पदाधिकारी/ अपर समाहर्ता आपदा/ सहायक समाहर्ता/ जिला सहकारिता पदाधिकारी /जिला शिक्षा पदाधिकारी/ जिला पंचायती राज पदाधिकारी/ सिविल सर्जन /कार्यक्रम समन्वयक कृषि विज्ञान केंद्र /जिला पशुपालन पदाधिकारी/ जिला जनसंपर्क पदाधिकारी /जिला कृषि पदाधिकारी आदि उपस्थित थे ।