October 19, 2024

#bihar nawada : कभी हुआ करता था अतिथियों से गुलजार, अब pwd का डाकबंगला बन गया है बदबंगला…जानिए

कभी हुआ करता था अतिथियों से गुलजार, अब pwd का डाकबंगला बन गया है बदबंगला…

 

 

 

 

 

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ख़बरें टी वी: 9334598481 : वारिसलीगंज (नवादा) :-वारिसलीगंज का पीडब्ल्युडी का डाकबंगला विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहा है। कभी इस डाकबंगला में मंत्री, विधान सभा व लोक सभा चुनाव के समय पारा मिलेट्री का वरीय पदाधिकारी के अलावा पर्यवेक्षक का आशियाना हुआ करता था, लेकिन अब यह बदबंगला बन गया है। वर्ष 2009 में इसी डाकबंगला में प्रशिक्षु एसआई का ठहरने की व्यवस्था किया गया गया था। इस डाकबंगला में वरीय पदाधिकारी समय-समय पर बैठक भी किया करते थे, लेकिन अब इस डाकबंगला का मुख्य द्वारा तक बंद हो गया है तथा वहां का फर्निचर बगैरह टूटकर बिखर गया है। इस डाकबंगला में फिलहाल पानी का भी व्यवस्था नहीं है, जिससे शौचालय और स्नानघर से बदबुदार गंध निकलता है। ऐसा तब हुआ जब इसका देखभाल करने वाला कोई कर्मचारी नहीं रहा। इस डाकबंगला पर असमाजिक तत्व के लोगों का कब्जा हो गया है, जहां वाहन पार्किगं से लेकर घरेलु उपयोग की वस्तु रखने के लिए उपयोग किया जा रहा है। इस बात का खुलासा दो दिनों पूर्व उस वक्त हुआ जब वारिसलीगंज के नव पदस्थापित थानाध्यक्ष को ठहराने के लिए वहां के पुलिस पदाधिकारी डाकबंगला पहुंचे। वारिसलीगंज-नवादा पथ पर प्रखंड मुख्यालय के बगल में स्थित पीडब्ल्युडी विभाग का डाकबंगले का अस्तित्व संकट में है। विभाग की उदासीनता के चलते यहां का डाकबंगला उपेक्षा का शिकार है। वहीं डाकबंगला सरकार के स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोल रहा है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते जहां परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। वहीं विषैले जीव-जंतु तथा असमाजिक तत्व के लोगों का बसेरा बन गया है। प्रखंड मुख्यालय से सटे दक्षिण तरफ 70 के दशक में पीडब्ल्युडी विभाग द्वारा डाकबंगला व कर्मचारियों के रहने के लिए आवासों का निर्माण कराया गया था। यहां कभी बड़े अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व विशिष्टजनों का आवागमन लगा रहता था तथा विभागीय कार्यालय भी चलता था। बंगले की देखरेख के लिए तैनात कर्मचारियों व चौकीदार सेवनिवृत हो गए, तब से विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहे डाकबंगले की दशा बद से भी बदतर हो गई। डाकबंगले में एक मुख्य द्वार हैं, इसे हमेशा के लिए बंद कर दिया गया हैं। वारिसलीगंज के भुआलचक गांव निवासी राजद नेता सुरेन्द्र यादव, शाहपुर गांव निवासी सीपीआई नेता अखिलेष सिंह, पूर्व मुखिया सुरेन्द्र सिंह, जदयु नेता सहददेव यादव, मोसमा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया सहित अन्य बुद्धिजिबियों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए डाकबंगले की साफ-सफाई कर कब्जा मुक्त कराने की मांग की है। इस संबंध में पीडब्ल्युडी विभाग के सेवानिवृत कर्मचारी शीवन पासवान ने कहा कि विभाग इस ओर जरा सा भी ध्यान नहीं देती है, जिस कारण डाकबंगला की स्थिति जर्जर हो गया है।

 

रिपोर्ट : अभय कुमार रंजन

 

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