October 18, 2024

#nawada : शहीद चन्दन की अंतिम दर्शन को ले उमड़ी भारी भीड़, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार…जानिए

 

 

 

 

 

 

शहीद चन्दन की अंतिम दर्शन को ले उमड़ी भारी भीड़, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार…

चंदन के पार्थिव शरीर की पैतृक गांव के मुक्तिधाम में हुई अंत्येष्टि..

बलिदानी का पार्थिव शरीर के साथ वारिसलीगंज में निकली अंतिम तिरंगा यात्रा, नम आंखों से लोगों ने दी विदाई..

नगर परिषद के विभिन्न चौक-चौराहों पर नम आंखों से लोगों ने दी श्रद्धांजलि…

 

 

 

 

 

 

 

ख़बरें टी वी : 9334598481: वारिसलीगंज (नवादा) :-वारिसलीगंज प्रखंड के नारोमुरार ग्रामीण मौलेश्वर सिंह का द्वितीय सुपुत्र सेना के वीरगति प्राप्त जवान चंदन कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार की शाम वारिसलीगंज पहुंचते ही परिजनों समेत आम लोगो में कोहराम मच गया। हर आंख में आंशु और आतंकियों के प्रति आक्रोश झलक रही थी। जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सेना के गश्ती वाहन पर 21 दिसम्बर को दोपहर बाद हुए आतंकी हमले में चंदन अपने पांच साथियों के साथ बलिदानी हो गए थे।

 

 

 

तिरंगे में लिपटा नारोमुरार गांव पहुंचा बलिदानी का पार्थिव शरीर..

 

 

चंदन का पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से गया हवाई अड्डा लाया गया, जहां अंतिम सलामी के बाद गया एयरपोर्ट से सड़क मार्ग द्वारा शहीद जवान का पार्थिव शरीर नवादा के वरिसलीगंज प्रखंड के नारोमुरार गांव लाया गया, जहां नम आंखों से हजारों लोग अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित हुए थे। इसके पूर्व जगह जगह हजारों की संख्या में हाथों में तिरंगा ले लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

 

 

 

अपने लाल के पार्थिव शरीर को देख हरेक की आंखें हुई नम.. 

 

 

बलिदानी जवान चंदन कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार को जैसे ही वारिसलीगंज के नवनिर्मित शहीद चंदन चैक पहुंचा पहले से उपस्थित हजारों स्त्री पुरुषों की भीड़ अपने लाल का अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ा। इस दौरान आक्रोशित युवाओ ने पाकिस्तान मुदार्बाद, आतंकी होश में आओ, वीर चंदन अमर रहे आदि आदि का गगनभेदी नारा गुंजायमान होने लगा। श्रद्धांजलि बाद तिरंगा यात्रा बाजार के थाना चौक होते जयप्रकाश चौक, पटेल चौक, बलबापर से ऊपरी पुल होकर पुनः बायपास सड़क के रास्ते खरांठ पथ में बासोचक के पास से नहर के रास्ते नारोमुरार गांव पहुंचा। जहां बनाये गये विशेष मंच पर सेना के जवानों ने सपूत के पार्थिव शरीर को रखा। इस दौरान गांव समेत इलाके का माहौल गमगीन हो गया। बड़ी संख्या में लोगों ने तिरंगे के साथ बलिदानी के घर और घर से तिरंगा यात्रा (शवयात्रा) निकाली और भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारे लगाते हुए गांव से दक्षिण ठाकुरबाड़ी के पास बलिदानी को सेना के जवानों द्वारा गार्ड आफ ऑनर की सलामी दी गई।

 

राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गयी..

 

बलिदानी जवान चंदन को गांव से सटे पूरब स्थित श्मशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान चंदन कुमार अमर रहे के नारों से पूरा इलाका गुंजायमान हो रहा था। बिहार पुलिस के अधिकारियों द्वारा समेत हजारों लोगों के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। पूरे सैन्य सम्मान के साथ पार्थिव शरीर को अग्नि को समर्पित किया गया। यहां बता दें कि बलिदान को प्राप्त हुए चंदन वरिसलीगंज प्रखंड के कुटरी पंचायत की नारोमुरार गांव के अति निर्धन किसान मौलेश्वर सिंह के तीन पुत्रो में द्वितीय नम्बर पर थे। बलिदानी जवान आर्मी का राइफल मैन चंदन कुमार 89 आडे रेजिमेंट के जवान थे। जो पिछले ढाई वर्षों से राजौरी के पुंछ सेक्टर में तैनात थे। उनके बलिदान की खबर सुनते ही पूरे गांव क्षेत्र में शोक का माहौल कायम हो गया। शहीद चंदन 2017 में सेना में भर्ती हुए थे। जबकि डेढ़ वर्ष पहले उनकी शादी लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा थाना के सरलाही ग्रामीण अनिल सिंह की पुत्री शिल्पी कुमारी के साथ हुई थी। अभी बलिदानी को कोई संतान नहीं था। शहीद का बलिदान लोगों की आंखों में बसा रहेगा।

 

 

 

खास रिपोर्ट : अभय कुमार रंजन

 

 

 

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