ख़बरें टी वी : नालंदा विश्वविद्यालय में बिम्सटेक देशों के बीच समेकित संबंध के विषय पर संगोष्ठी आयोजित…जानिए
नालंदा विश्वविद्यालय में बिम्सटेक देशों के बीच समेकित संबंध के विषय पर संगोष्ठी आयोजित…
ख़बरें टी वी – ” आप सब की आवाज ” … पिछले 13 वर्षो से ख़बर में सर्वश्रेष्ठ.. आसपास की खबरों के लिए हमारे इस नंबर पर खबर को व्हाट्सएप पर शेयर करें…ई. शिव कुमार, “ई. राज” —9334598481..
आप का दिन मंगलमय हो….
ख़बरें टी वी : 9334598481 : नालंदा विश्वविद्यालय में कल दिनांक 25 अगस्त 2023 को “बिम्सटेक एंड द बे: कंसॉलिडेटिंग कनेक्टिविटी” विषय पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ।
प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए अंतरिम कुलपति प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने कहा कि ज्ञान-परम्परा संस्कृतियों को जोड़ने का काम करती है। विश्व शांति और क्षेत्रीय देशों के बीच आपसी सहयोग और समझ को विकसित करना नालंदा विश्वविद्यालय के प्रमुख उद्देश्यों में एक है। आज के इस संगोष्ठी का उद्देश्य बंगाल की खाड़ी के देशों के बीच समेकित संबंध विकसित करने हेतु विभिन्न पहलुओं पर विचार करना है।
अपने उद्घाटन सम्बोधन में मुख्य अतिथि के रूप में विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के बिम्सटेक और सार्क के संयुक्त सचिव राजदूत श्री सीएसआर राम ने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों की पहचान करने की पहल करने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय (एनयू) की सराहना की। राजदूत श्री राम ने रेखांकित किया कि इस संगोष्ठी की परिकल्पना एक सतत प्रक्रिया के रूप में की गई थी और यह बिम्सटेक की गतिविधियों के साथ-साथ हर साल आयोजित होती रहेगी। उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय में बंगाल की खाड़ी अध्ययन केंद्र में अनुसंधान हेतु अध्ययन के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।
अपने संबोधन में राजदूत राजीव भाटिया ने बिम्सटेक के संस्थागत विकास पर विचार किया और विमर्श हेतु विशिष्ट नीति के संकल्पना की पेशकश की। उन्होंने सुरक्षा और विकास की गतिशीलता के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री भाटिया ने सामुद्रिक अर्थव्यवस्था और पर्वतीय अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन बनाने की भी बात कही। उन्होंने सहयोग को आगे बढ़ाने में लोगों की अधिकाधिक भागीदारी का प्रस्ताव रखा और बिम्सटेक में ट्रोइका नेतृत्व के तरीके को प्राथमिकता दी।
प्रो. प्रबीर डे, रूथ बानोम्यॉन्ग, थियाम ही एनजी, अनासुआ बसु रे चौधरी, भरत कुमार बुचिरेड्डी, थुटा आंग और रिया सिन्हा की शोध पूर्ण व्याख्यानों से संगोष्ठी समृद्ध हुई।
कोलोक्वियम के संयोजक और बंगाल की खाड़ी अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ राजीव रंजन चतुर्वेदी ने कहा कि बिम्सटेक एक गतिशील और दूरगामी मंच का प्रतिनिधित्व करता है जिसमें बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र को समृद्धि और सहयोग के केंद्र में बदलने की संकल्पना समाहित है। भौतिक बुनियादी ढांचे, डिजिटल नेटवर्क, समुद्री सुरक्षा और सांस्कृतिक संबंधों पर केंद्रित बिम्सटेक का लक्ष्य खाड़ी के भौगोलिक और आर्थिक क्षमता की वृध्दि करना है।